राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की ओर से नई दक्षिण एशिया और अफगान नीति की घोषणा के बाद पाकिस्तान के प्रति अमेरिका के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। ट्रंप सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आतंकी गुटों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने से भी नहीं हिचकेगा।अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी, कहा- खतरे में 6 करोड़ पाकिस्तानियों की जान
पाक कर रहा है अातंकी संगठनों की मदद
यह जानकारी अमेरिकी अधिकारी ने नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर दी। इस अधिकारी ने कहा, हमारा मानना है कि क्षेत्र में अमेरिकी प्रतिबद्धताओं को लेकर संशय के कारण पाकिस्तान अफगान-पाक से लगते इलाकों में सक्रिय कुछ आतंकी संगठनों की मदद कर रहा है। मौजूदा सरकार कुछ और सख्त कदम उठाने से भी नहीं हिचकेगी, ताकि पाकिस्तानी नेताओं को यह समझाया जा सके कि आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई आखिरकार उनके ही हित में है।
अातंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई जरूरी
पाकिस्तान अमेरिका का महत्वपूर्ण साझीदार देश है, लेकिन अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने वाले आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई भी जरूरी है। अब समय आ गया है, जब पाकिस्तान को यह दिखाना पड़ेगा कि वह अमेरिका के आतंक रोधी अभियान में पूरी तरह से सहयोग करने का इच्छुक है। ट्रंप ने नई नीति की घोषणा करते वक्त पाकिस्तान को आतंकियों को पनाह देने के खिलाफ सख्त लहजे में चेतावनी दी थी।
अफगानिस्तान को अमेरिका की तरह नहीं बनाना : मैकमास्टर
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर ने अफगानिस्तान में अमेरिकी प्रणाली विकसित करने से इनकार किया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा, अफगानिस्तान में विजय हासिल करने का मतलब अफगानिस्तान को अफगानिस्तान बनाना है। जैसा कि राष्ट्रपति पहले भी कह चुके हैं। हमारा काम राष्ट्र निर्माण या अमेरिकी छवि की स्थापना करना नहीं है। काबुल में जीत का अर्थ आतंकियों को पूरी तरह से नष्ट करना है, ताकि वह फिर से एकजुट न हो सकें।’