भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2017-18 सीजन के कार्यक्रम में से दिलीप ट्रॉफी को हटाने का फैसला वापस ले लिया है। अब दिलीप ट्रॉफी भी घरेलू क्रिकेट के कार्यक्रम का हिस्सा होगी। याद हो कि बीसीसीआई ने व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए इस साल दिलीप ट्रॉफी का आयोजन नहीं करने का फैसला लिया था।#बड़ी खबर: CM योगी आदित्यनाथ ने किया बड़ा ऐलान, अब बिना इंटरव्यू मिलेगी ग्रुप B, C, D में नौकरी
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बोर्ड के मैनेजर एमवी श्रीधर को एक ई-मेल लिखा, जिसमें उन्होंने दिलीप ट्रॉफी को शामिल करने की बात कही। गांगुली की बात को मानने के बाद दिलीप ट्रॉफी को इस सत्र का हिस्सा बनाया गया।
गांगुली ने कोलकाता में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘तकनीकी समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि दिलीप ट्रॉफी बीसीसीआई के घरेलू कैलेंडर का हिस्सा होगी। मगर जब कार्यक्रम सामने आया, तो इसमें ये शामिल नहीं थी। फिर मैंने श्रीधर को मेल लिखा। वह अभी स्वस्थ नहीं हैं, जब वह स्वस्थ होंगे तब इसका जवाब देंगे।’
कुछ देर बाद, सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीसीसीआई का कामकाज देखने के लिए बनाई गई प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना इडुल्जी ने कहा कि टूर्नामेंट को दोबारा कार्यक्रम में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा, ‘दिलीप ट्रॉफी को दोबारा घरेलू कार्यक्रम में शामिल किया गया है। इसका आयोजन किया जाएगा और इसकी व्यवस्था भी की जाएगी। हमने बीसीसीआई को इसे कार्यक्रम से हटाने के लिए मना किया है।’
बता दें कि दिलीप ट्रॉफी भारतीय घरेलू क्रिकेट का महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। इसमें खेलने वाले खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर पैनी नजर रखी जाती है। इसमें प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का राष्ट्रीय टीम में भी चयन हो जाता है। इसलिए यह टूर्नामेंट काफी अहम माना जाता है।