रूस: आजकल ठंड के मौसम ने जिंदगी ही बदल दी है। ठंड से हर कोई बेहाल नज़र आ रहा है। इस बीच ठंड को लेकर एक चौकाने वाली खबर सामने आयी है। रूस के एक गांव में मंगलवार को पारा शून्य से एक-दो नहीं बल्कि 67 डिग्री नीचे लुढ़क गया। ठंड का आलम यह है कि बर्फ से लोगों की पलकें तक जम गईं हैं।
रूस के सुदूर युकुशिया में 10 लाख लोगों की आबादी है। यह राजधानी मॉस्को से 5 हजार 300 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। यह जानकर भले ही हैरानी हो लेकिन इस इलाके में बच्चे रोजाना तब भी स्कूल जाते हैं जब तापमान माइनस 40 डिग्री होता है।
लेकिन मंगलवार को पूरे इलाके में स्कूल बंद कर दिए गए और पुलिस ने पैरंट्स को अपने बच्चों को घर के अंदर रखने के आदेश दिए हैं। धरती के सबसे ठंडे स्थानों में से एक रूस के ओइमयाकोन में भी मंगलवार को पारा माइनस 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

साल 2013 में यहां पारा माइनस 71 तक लुढ़का था जो अब तक का सबसे कम तापमान है। इन इलाकों में पड़ रही भीषण ठंड से जमकर अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।
रूस की राजधानी मॉस्को में तो बीते साल दिसंबर महीने में सिर्फ 6 मिनट के लिए धूप दिखी। हालांकि हर साल औसतन दिसंबर महीने में यहां 18 घंटे धूप निकलती है लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक बीते साल का दिसंबर रूस के इतिहास में सबसे काला महीना था।
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