कोरोना काल में बिना किसी बैंड बारात और दावत के शादी ब्याह जैसे भारत में बिल्कुल सपने जैसा था। लेकिन अब कोरोना का कहर थमने के बाद लोग फिर से शादी की तैयारियों में जुट गए हैं। जिनकी शादी हो चुकी है वे पूरी तरह से निश्चिंत हैं लेकिन जिनकी अभी होनी बाकी है वह इसे यादगार बनाना चाहते हैं। इस बार कार्तिक मास में शादी की लग्न हालांकि काफी कम है लेकिन फिर भी लोगों ने पहले से ही होटल, बैंड व अन्य चीजें बुक कर ली हैं। आइए जानते हैं कि इस बार शादी का शुभ मुहूर्त कब पड़ रहा है।
दिवाली के बाद शुभ विवाह
अभी दिवाली की तैयारियों में जुटे लोग साथ-साथ शादी की तैयारियां भी कर रहे हैं। लोग शुभ मुहूर्त को देखने के बाद ही अपने कार्यों को निपटा रहे हैं। इस बार 19 नवंबर से लेकर 13 दिसंबर तक शुभ मुहूर्त यानी शादियों की लग्न है। जिन मुहूर्त को शुभ माना जा रहा है उनमें ज्यादा लोगों की शादी तय है। हिंदुओं में जब देवता सोते हैं तो सहालग बंद होती है और शुभ कार्य भी नहीं होते। लेकिन देवता के उठते ही यानी देवउठनी से शुभ कार्य शुरू होते हैं। इस बार भी 15 नवंबर से यह शुरू हो रहा है। हालांकि इसके चलते शादियों के हाल और होटल में बुकिंग नहीं मिल रही है। पंडित भी काफी व्यस्त हैं।
क्या है मुहूर्त
शादी के लिए जो देवउठनी एकादशी से शुभ कार्य शुरू होगा वह 15 नवंबर से है। इसके बाद पहला शुभ मुहूर्त 19 नवंबर और अंतिम मुहूर्त 13 दिसंबर को है। देखा जाए तो दो महीनों में 15 शुभ मुहूर्त है। इसके बाद अगले साल 15 जनवरी 2022 से शुभ घड़ी शुरू होगी। दिसंबर में अन्य मुहूर्त नहीं है। वहीं देवउठनी एकादशी में अबूझ मुहूर्त पर भी लोग खूब शादियों के लिए रिश्ते तय होते हैं। नवंबर में 19, 20, 21 फिर 26, 28, 29 और 30 नवंबर को जबकि दिसंबर में 1,2, 5, 6, 7, 11, 12, 13 को योग बन रहा है। यानी नवंबर में केवल सात दिन और दिसंबर में आठ दिन योग है। इस बार शादी में फिर से रौनक लौटने की संभावना है क्योंकि सरकारों की ओर से अभी कोरोना की रफ्तार धीमा होने के बाद कोई नया नियम नहीं बनाया गया है। उम्मीद की जा रही है कि नए नियम से शादियों में काफी हद तक छूट मिल सकती है।
GB Singh