उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में लगातार हुई बच्चों की मौत ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था। ऐसा ही कुछ राजस्थान के बांसवाड़ा में भी हो रहा है।#गोरखपुर: 36 बच्चों के हत्यारे डॉ.कफील के साथ-साथ डा. राजीव मिश्र और उनकी पत्नी को भी STF ने…
पिछले करीब दो माह में यहां के प्रमुख सरकारी अस्पताल में 80 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। वहीं शुक्रवार को तीन घंटे के दौरान चार और नवजात ने भी दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार जिन नवजातों की मौत हुई है वह अलग-अलग अस्पतालों से रैफर होकर आए थे। चिकित्सकों के अनुसार नवजातों की मौत का प्रमुख कारण मासूमों का कमजोर होना है।
वहीं इससे पूर्व भी प्रसूताओं में पोषक तत्वों की कर्मी और कमजोर पैदा हो रहे नवजात के कारण यहां प्रतिदिन मौत हो रही है।
लगातार हो रही है मौत
गौरतलब है कि बांसवाड़ा आदिवासी बहुल क्षेत्र है। तमाम सरकारी योजनाओं के बाद भी यहां प्रसूताओं को सही पोषक आहार नहीं मिल रहें है।
वहीं नवजातों की लगातार हो रही मौत के राज्य बाल संरक्षण आयोग ने अस्पताल प्रशासन से जवाब मांगा है। साथ ही कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने नवजातों की मौत को दुखद बताया है।