आंकड़ों के लिहाज से भले ही पंजाबी चौथे स्थान पर हो, लेकिन 2016 से 2021 के बीच जहां मैंडेरिन 15 फीसदी की दर से बढ़ी है। जबकि, पंजाबी के मामले में यह संख्या 49 प्रतिशत है।
कनाडा में भारतीय भाषाएं बोलने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इस बात का सबूत स्टैटिस्टिक्स कनाडा की तरफ से जारी आंकड़े दे रहे हैं। बुधवार को सामने आई रिपोर्ट बताती है कि कनाडा में पंजाबी चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा देश में हिंदी, मलयालम समेत कई भाषाएं बोलने वाले भी तेजी से बढ़े हैं।
आंकड़े बताते हैं कि कनाडा में बीते 5 सालों में पंजाबी भाषा में 49 फीसदी की बढ़त देखी गई है। देश की दो आधिकारिक भाषाओं यानी अग्रेंजी और फ्रेंच के बाद सबसे ज्यादा मैंडेरिन और पंजाबी बोली जा रही है। यहां करीब 5.3 लाख लोग मैंडेरिन का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, पंजाबी बोलने वाले 5.2 लाख हैं।
आंकड़ों के लिहाज से भले ही पंजाबी चौथे स्थान पर हो, लेकिन 2016 से 2021 के बीच जहां मैंडेरिन 15 फीसदी की दर से बढ़ी है। जबकि, पंजाबी के मामले में यह संख्या 49 प्रतिशत है। पोर्ट के अनुसार, इस अवधि में कनाडा की जनसंख्या 5.2 प्रतिशत बढ़ी है। इस बढ़त मे इमीग्रेशन ने बड़ी भूमिका निभाई थी।
घरों में दक्षिण एशियाई भाषा बोलने वाले तेजी से बढ़े हैं। आंकड़े बताते हैं कि मलयालम बोलने वालों में 129 फीसदी, हिंदी में 66 फीसदी, पंजाबी में 49 फीसदी और गुजराती में 43 फीसदी इजाफा दर्ज किया गया है। स बात है कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान भी कनाडा में इमीग्रेशन करने वालों का उत्साह बरकरार रहा।