रक्षाबंधन का त्योहार बस कुछ ही दिनों में है। बहनें अपने भाइयों के लिए तैयारी कर रही हैं। बाजार में तरह-तरह की नई राखियां आई हुई हैं। भाई भी सोच रहे हैं कि अपनी बहनों का क्या तोहफा दें। ऐसे में दोनों तरफ इस त्योहार को मनाने की खासी दिलचस्पी दिख रही है। लेकिन राखी का त्योहार सिर्फ भाई-बहन के प्यार को ही नहीं दिखाता बल्कि वह बंधन के महत्व को भी बताता है जो उस दिन दो लोगों के बीच में होता है। इसलिए इस त्योहार में कुछ खास बातों का ध्यान भी रखना चाहिए। आइए जानते हैं।
मुहूर्त का भी रखें ध्यान
रक्षाबंधन का त्योहार पूर्णिमा के दिन मनाते हैं। लेकिन इस बार थोड़ी दुविधा है। दरअसल, 11 अगस्त को गुरुवार के दिन पूर्णिमा शुरू हो रही है जो 12 अगस्त को सुबह 7:05 बजे तक रहेगी। लेकिन 11 को ही भाद्रकाल है और उस समय राखी नहीं बांधी जाती। ऐसे में लोगों में अजीब दुविधा है। लोगों को इस बात का ध्यान रखते हुए 12 अगस्त को ही प्रात:काल 7 बजे से पहले ही राखी बांध लेनी चाहिए। यही शुभ माना गया है।
राखी खरीदते समय रखें ध्यान
वैसे तो राखी बहनें अपने भाई के पसंद की ही खरीदती हैं लेकिन इस चक्कर में कुछ अलग तरीके की राखियां खरीद ली जाती हैं जो सही नहीं मानी जाती। ऐसी राखियों को खरीदने से बचना चाहिए। राखी में अशुभ चिन्ह न बना हो इसका ध्यान रखना चाहिए। भगवान के चित्रों की राखी अगर टूट जाए तो सही नहीं रहती और फिर हाथ भी गंदे होते रहते हैं। इसलिए ऐसी राखियां भी सही नहीं रहती। टूटी राखी या फिर धागा तोड़ कर जोड़ा गया हो ऐसी राखी भी न बांधे न खरीदें। यह खंडित माना जाता है। वहीं, काले रंग की राखी नहीं खरीदनी चाहिए। आप पीली, नारंगी या लाल राखी ले सकते हैं यह काफी अच्छी मानी जाती है।
GB Singh
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