एक कार्यक्रम में सिख समुदाय पर मजाकिया टिप्पणी करने पर पुड्डुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ सिख समाज में नाराजगी है। हालांकि विवाद बढ़ने पर किरण बेदी ने इंटरनेट मीडिया पर माफी मांगी और कहा कि वह अपने धर्म में बेहद आस्था रखती हैं। वह बाबा नानक की भक्त हैं। यहां पर बता दें कि तमिलनाडु के राजधानी चेन्नई में आयोजित एक पुस्तक विमोचन में किरण बेदी ने सिखों को लेकर टिप्पणी की थी।
वहीं, इस पर प्रतिक्रिया में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा कि किरण बेदी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में सम्मानित पदों पर रहने वाली बेदी को यह बात समझ नहीं आई कि वह किस कौम के खिलाफ बयानबाजी कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि किरण बेदी को मालूम होना चाहिए कि जिस समय भारत की महिलाओं को बेचने के लिए बाजार लगता था, उस समय सिख उन्हें बचाते थे। देश की महिलाओं, बेटियों, बहनों को बचाने का गौरव सिखों के हिस्से में आया है।
वहीं, जग आसरा गुरु ओट के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कहा कि 12 बजने को लेकर सिखों का मजाक पहली बार नहीं नहीं उड़ाया गया है। मजाक उड़ाने वालों को याद रखना चाहिए कि यही सिख हिंदू लड़कियों और महिलाओं को मुगलों से बचाकर उनके घर पहुंचाते थे।
सीरिया में युद्ध के बीच शरणार्थियों के लिए सिख लंगर लगाते हैं। कोरोना काल में सिखों ने मरीजों की हरसंभव सहयोग किया। भाजपा नेता जसप्रीत सिंह माटा ने मुखर्जी नगर थाना में बेदी के खिलाफ शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि सिखों की भावनाओं को आहत किया गया है।
उधर, किरण बेदी ने ट्वीट करके कहा कि मैं बाबा नानक देव जी की भक्त हूं। मैंने जो भी कहा उसे गलत न समझा जाए। मैं इसके लिए क्षमा चाहती हूं। मैं सेवा और दया में विश्वास रखती हूं। मैंने कार्यक्रम वाले दिन सुबह पाठ और सेवा की। मैं एक भक्त हूं और हर समय बाबा का आशीर्वाद चाहती हूं। मेरी मंशा पर संदेह न किया जाए।