दोनों फैसले वोल्वो इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर ज्योति मल्होत्रा के नेतृत्व में लिए गए हैं। ज्योति मल्होत्रा पहले कंपनी में सेल्स और मार्केटिंग प्रमुख थे। अब वे प्रबंध निदेशक के पद पर काम कर रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों फोर्ब्स इंडिया के साथ हुई बातचीत में भारत में वोल्वो के कामकाज, आनलाइन की महत्ता और भारत में महंगी कार इंडस्ट्री के भविष्य पर अपनी राय जाहिर की।
भारत में महंगी कारों का बाजार
फोर्ब्स से बातचीत में ज्योति मल्होत्रा बताते हैं कि भारत में कोरोना की पहली लहर के थमने के बाद काफी चीजें अच्छी गईं। महंगी कार का बाजार भी उठने को हुआ। वोल्वो ने भी अपनी इलेक्ट्रिक कार एक्ससी4ओ लांच कर दी है लेकिन जैसे ही दूसरी लहर आई उसने हालात और बिगाड़ दिए। मई में हमारे भारत के सभी डीलरशिप बैंगलुरु यूनिट सहित बंद हो गए। ज्योति बताते हैं कि सरकार की सख्ती को देखते हुए पिछला महीना कठिन था लेकिन अब फिर से अच्छा हो रहा है। आगे आने वाले महीने बेहतर होंगे। ज्योति बताते हैं कि यह अनुमान लगा पाना कि भारत में महंगी कार का बाजार कब जोर पकड़ेगा इसलिए कठिन है क्योंकि अभी हालात सही नहीं है और लगातार लॉकडाउन हो रहे हैं। लेकिन इतना जरूर है कि आने वाले समय में मांग बढ़ेगी। वह यह भी कहते हैं कि अभी लॉकडाउन और कोविड की वजह से अधिकतर लोग आनलाइन कार देख रहे हैं और उनकी बुकिंग कर रहें। यहां तक भी वे टेस्ट ड्राइव और कार सर्विस के लिए भी आनलाइन जा रहे हैं। इस समय कंपनी भी कॉन्टैक्टलेस प्रोग्राम चला रही है। ज्यादा से ज्यादा सुविधा ग्राहकों को आनलाइन ही देने की तरफ है। अभी 50 फीसद जानकारी आनलाइन ही ली जा रही है और यह सुरक्षा के लिहाज से जरूरी भी है।
2025 तक होगी इलेक्ट्रिक कार की कई इनवेंटरी
फोर्ब्स से बातचीत में वोल्वो इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति मल्होत्रा बताते हैं कि भारतीय अब पर्यावरण को लेकर काफी जागरूक हुए हैं। हमने पिछली साल तिमाही में पेट्रोल वैरिएंट ही आफर किए हैं। लेकिन हमने इलेक्ट्रिक कारों के लिए भी वादा किया है। हम हर साल एक इलेक्ट्रिक कार तो इंट्रोड्यूज कराएंगे ही। ज्योति कहते हैं कि 2025 तक हमारे पास इलेक्ट्रिक कार के सबसे ज्यादा प्रकार होंगे। ज्योति का कहना है कि मौजूदा समय में हमारा फोकस प्रमोशन और खरीदारी को लेकर सुरक्षित चलना है। हम लॉकडाउन के समय अपनी टीम को सुरक्षा के साथ काम करना सिखा रहे हैं। इसलिए यह सुरक्षा इतनी जरूरी है कि हमने सभी डीलर्स कर्मचारियों के लिए टर्म इंश्योरेंस कराया है। क्योंकि वे रोज नए लोगों से मिलते हैं। सुरक्षा केवल ग्राहकों के लिए ही नहीं बल्कि कर्मचारियों के लिए भी जरूरी है। डीलरशिप भी हमारा ही एक अंग है। हमारे यहां कई कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं लेकिन डीलरशिप कर्मचारी को बाहर निकलना होता है लोगों से मिलना होता है और दूसरे लहर तो वैसे भी काफी कठिन रही। एक कर्मचारी का जाना मतबल उसके परिवार से एक कमाऊ व्यक्ति का कम होना है। हमने अपने आसपास कई लोगों को खोया है। इसलिए यह इंश्योरेंस जरूरी था।
क्या अमेरिका और चीन की तरह रिवेंज बाइंग करेगा भारत
रिवेंज बाइंग या रिवेंज स्पेडिंग उस तरह की खरीदारी है जिसमें लोग बिना सोचे समझे कुछ भी खरीदते हैं। यह वैसे ही जैसे आप डाइट से हटे और खूब खाना खा रहे हों। लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद अमेरिका और चीन में लोगों ने खूब रिवेंज बाइंग की और वहां की अर्थव्यवस्था को थोड़ा बूस्ट किया। इस मामले में ज्योति मल्होत्रा कहते हैं कि उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका की तरह भारत में ग्राहक रिवेंज बाइंग यानी बदले की खरीदारी नहीं करता है। यहां के लोग काफी जिम्मेदार हैं और उनको पता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को किस तरह के योगदान से आगे बढ़ाना है। कई ग्राहकों ने पहली लहर में अपनी कार बुक कराई थी लेकिन हमने उनका आर्डर कैंसिल नहीं किया। ज्योति कहते हैं कि अभी बाजार कुछ समय के लिए ठहरा है लेकिन यह आगे बढ़ेगा और उठेगा। हमारी रिसर्च कहती है कि महंगी कारों के ग्राहक बहुत ही बेसब्री से इलेक्ट्रिक कारों का इंतजार कर रहे हैं। हां कुछ समस्या को लेकर चिंताएं है लेकिन महंगी कारों के ग्राहको को अपने घरों और आफिस में चार्जिंग प्वाइंट लगाने का साधन है इसलिए मुझे चिंता नहीं होगी।
GB Singh
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