प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के दौरे पर अमेरिका पहुंच गए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित विश्व के अन्य नेताओं के साथ वार्ता करेंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) को संबोधित भी करेंगे। प्रधानमंत्री भारतीय समयानुसार सुबह करीब 3.30 बजे वाशिंगटन पहुंचे। अपनी अमेरिकी यात्रा के पहले दिन पीएम मोदी आस्ट्रेलियाई समकक्ष स्काट मारिसन, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और दिग्गज कंपनियों के चुनिंदा प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे। जिसमें भारत में काफी निवेश करने की संभावना है।
कई प्रमुख कंपनियों के सीईओ से करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अमेरिका में कई वैश्विक सीईओ के साथ चर्चा करेंगे। इन सीईओ में दो भारतीय मूल के अमेरिकी हैं – एडोब के शांतनु नारायण और जनरल एटॉमिक्स के विवेक लाल। इसके अलावा अन्य तीन सीईओ -क्वालकॉम के क्रिस्टियानो ई आमोन, फर्स्ट सोलर के मार्क विडमार और ब्लैकस्टोन के स्टीफन ए श्वार्जमैन हैं।पांच अलग-अलग प्रमुख क्षेत्रों के अमेरिकी सीईओ के साथ प्रधानमंत्री की बैठक उनकी सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाती है।
प्रवासियों को इस बार संबोधित नहीं करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों की सभाएं तथा बैठकें उनके कार्यक्रम का अहम हिस्सा रही हैं, लेकिन कोविड-19 संबंधी मौजूदा हालात के कारण प्रधानमंत्री इस बार कोई बड़ी सभा संभवत: नहीं करेंगे। भारतीय-अमेरिकियों के बीच मोदी काफी लोकप्रिय है। अमेरिका की जनसंख्या में 1.2 प्रतिशत से अधिक लोग भारतीय-अमेरिकी हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 24 सितंबर को व्हाइट हाउस में पीएम मोदी की मेजबानी करेंगे। 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में बाइडन के पदभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक होने जा रही है। इसके बाद वह उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से उनके औपचारिक कार्यालय में मुलाकात करेंगे। इस दौरान दोनों पक्षों के हितों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
Grateful to the Indian community in Washington DC for the warm welcome. Our diaspora is our strength. It is commendable how the Indian diaspora has distinguished itself across the world. pic.twitter.com/6cw2UR2uLH
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2021
क्वाड लीडर्स समिट में भाग लेने के लिए अमेरिका रवाना होने से पहले, प्रधानमंत्री ने बुधवार को कहा कि उनकी यात्रा संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का एक अवसर होगा।