सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अगर अंगूठे और उंगली के आकार भिन्न तरीके के हो तो यह व्यक्ति के चरित्र के बारे में बताती है।
इसी तरह अगर पैर का अंगूठा छोटा है और उसके पास वाली उंगली बड़ी है तो सामुद्रिक शास्त्र ऐसे जातकों के बारे में कुछ कहता है। तो चलिए जानते हैं अंगूठा और अनुभवों से क्या-क्या जाना जा सकता है।
पैर का अंगूठा और उसके पास वाली उंगली अगर दोनों ही आपस में मिल रहे हैं तो ऐसे लोगों का किस्मत कम ही साथ देता है। अगर व्यक्ति का अंगूठा छोटा और उसके पास वाली उंगली बड़ी है तो पहले लड़की या लड़के अशोक कम प्राप्त होता है वही इन जातकों का सारा पैसा संतान में खर्च होता है।
अगर जातक के पैर का अंगूठा और पास की उंगली बराबर हो तो व्यक्ति सुख समृद्धि प्राप्त करता है और धनवान होता है। इन जातकों को स्त्री सुख की प्राप्ति होती है और संतान सुख के साथ ही परिवार का दुख सुख प्राप्त होता है।
अगर पैर का अंगूठा बड़ा है और पास की उंगली छोटी है तो ऐसे जातकों को गुलाम की श्रेणी में रखा जाता है। यह जातक दूसरों की बातें मानते हैं।
अगर अंगूठे के पास वाली उंगली पैर के बीच वाली उंगली से छोटी है तो ऐसे जातक पत्नी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है और इन जातकों को सुख की प्राप्ति कम प्राप्त होती है।
अगर जातक के पास वाली उंगली पैर की बीच वाली उंगली से ज्यादा छोटी है तो ऐसे जातकों को सुख की प्राप्ति कम होती है।
जातक की उंगली अंगूठे से बड़ी हो जो अंगूठे के बिल्कुल समीप बनी है वह बड़ी है तो जातक स्त्री सुख को प्राप्त करता है और इन जातकों की पत्नी बचत करने वाली और पैसा कमाने वाली भी होती है।
अगर छोटी उंगली के पास वाली उंगली पैर के बीच वाली उंगली से ज्यादा छुट्टी है तो इन जातकों को स्त्री सुख की प्राप्ति कम होती है।
पैर की छोटी उंगली अपने पास वाली उंगली से बड़ी हो तो यह जातक भाग्यशाली कह जाते हैं ऐसे जातकों को कई बार जीवन में इनका किस्मत साथ देता है।
पैर का अंगूठा और उंगली दोनों ही समानांतर हो तो जातक सामान्य जीवन व्यतीत करता है और यह बहुत ही प्रसिद्ध व्यक्ति होते हैं लेकिन जीवन में कुछ भी नहीं कर पाने की स्थिति भी उनके सामने रहती है।
अगर आपके पैर के दोनों मियां बराबर हैं तो संतान सुख की प्राप्ति होती है आपको और इन जातकों की उम्र कम होती है।