मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय के ट्विटर अकाउंट के हैक होने के मामले में गृह विभाग बेहद गंभीर हो गया है। ट्विटर अकाउंट हैक होने के मामले में लखनऊ के साइबर थाना में केस दर्ज कराय गया है।
प्रदेश के एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि यह मामल बेहद गंभीर है। लखनऊ के साइबर थाना में इस प्रकरण में शनिवार का एफआइआर दर्ज कराई गई है। आइटी एक्ट के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की गई है। इस प्रकरण में डीजीपी मुख्यालय की साइबर टीम भी जांच कर रही है।
सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बयान जारी किया है। जिसमें लिखा है कि,’ सूचित किया जाता है कि मा. मुख्यमंत्री कार्यालय का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट @CMOfficeUP को दिनांक 09 अप्रैल, रात्रि 12:30 बजे असामाजिक तत्वों द्वारा हैक करने का प्रयास किया गया था, इनके द्वारा कुछ ट्वीट पोस्ट किए थे जिसको तुरंत रिकवर कर लिया गया था।’
गौरतलब है कि हैकर्स ने शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय का ट्विटर अकाउंट हैक कर सैकड़ों ट्वीट कर दिए थे। हैकर्स ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रोफाइल फोटो और अन्य जानकारी से की छेड़छाड़। इसकी जानकारी होने पर बीस मिनट में अकाउंट को हैकर्स से मुक्त करा लिया गया। इसके बाद भी हैकर्स के ट्वीट डिलीट करने की कोशिश देर रात तक जारी रही। खास बात यह रही कि हैकर ने कोई आपत्तिजनक ट्वीट नहीं किया था।
देर रात करीब 12: 45 पर इसे हैक कर लिया गया। हैकर ने सौ से अधिक ट्वीट किए, जिसमें उसने अलग-अलग प्रोफाइल के लोगों को सिर्फ टैग किया था। इसमें कई अकाउंट क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित है। जैसे ही शासन को इसकी जानकारी हुई, फौरन टेक्निकल टीम को लगाया गया। करीब 20 मिनट बाद अकाउंट हैकर के चंगुल से आजाद करा लिया गया, फोटो वापस आ गई, लेकिन हैकर के ट्वीट हटाए नहीं जा सके।