यूनाइटेड किंगडम (यूके/ब्रिटेन) की अर्थव्यवस्था में आधिकारिक रूप से मंदी आ गई है। कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन उपायों के कारण यूके की अर्थव्यवस्था को काफी बड़ा नुकसान हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दूसरी तिमाही अर्थात अप्रैल से जून महीने में अर्थव्यवस्था में रिकॉर्ड 20.4 फीसद का संकुचन दर्ज किया गया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च माह के दौरान) में यूके की अर्थव्यवस्था में 2.2 फीसद का संकुचन आया था।
यूके में लगातार दो तिमाही के दौरान नकारात्मक विकास दर होने पर अर्थव्यवस्था को आधिकारिक रूप से मंदी की चपेट में माना जाता है। साल 2020 की शुरुआती दोनों तिमाहियों में यूके की अर्थव्यवस्था में संकुचन दर्ज किया गया है। यूके की सांख्यिकी एजेंसी तिमाही आंकड़ों के साथ ही मासिक आंकड़े भी जारी करती है। इन आंकड़ों के अनुसार, यूके की अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना नजर आ रही है।
जून महीने में लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील से गैर-मूलभूत वस्तुओं की दुकानों को फिर से खोलने की इजाजत मिलने के बाद यूके की अर्थव्यवस्था 8.7 फीसद की दर से बढ़ी है। यूनाइटेड किंगडम सरकार यह उम्मीद जता रही है कि लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील से अर्थव्यवस्था के खुलने और कामकाज के सुचारू रूप से चलने से आने वाले समय में अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
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