मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद स्मारक पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों के बलिदानियों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही उनके परिजनों को सम्मानित भी किया। सीएम ने इस दौरान शहीद कोष के लिए 75 लाख की राशि स्वीकृत करने और सहायक उपनिरीक्षक और निरीक्षक के लिए वर्दी भत्ता में एक हजार रुपये की वृद्धि की घोषणा की है। सीएम ने कहा, आज के दिन अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अर्द्ध सैनिक बल और पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाती है। देश की आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने का उत्तरदायित्व राज्यों की पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों का है। अपने इस उत्तरदायित्व को निभाते हुए पुलिस कर्मियों अपने जीवन की आहुति को भी तत्पर रहते हैं। 
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पुलिस लाइन(देहरादून) में बुधवार को पुलिस स्मृति परेड में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने पुलिस और अर्द्ध सैन्य बलों के बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि पिछले एक साल में भारत में 265 अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस कर्मी शहीद हुए हैं, जिनमें उत्तराखंड पुलिस के छह वीर भी शामिल है। ड्यूटी के दौरान प्राण न्यौछावर करने वाले ये पुलिस कर्मी हम सब के लिए प्रेरणा के स्रोत है। पूरा देश अपने शहीद पुलिस कर्मियों और अर्द्ध सैनिक बलों को नमन करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन हम इन पुलिस कर्मियों के परिजनों के प्रति भी अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हैं। पूरा विश्व आतंकवाद और कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। हमें इन चुनौतियों का डटकर सामना करना है। इनसे निपटने के लिए एक सुनियोजित रणनीति के तहत कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, महापौर सुनील उनियाल गामा, विधायक हरवंश कपूर, मुन्ना सिंह चौहान, उमेश शर्मा काऊ, विनोद चमोली, गणेश जोशी, पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी, राधा रतूड़ी ने भी शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
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