उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। सोमवार को भी प्रदेशभर में बादल छाए हैं और अधिकांश इलाकों में पूरी रात रुक रुककर हल्की से मध्यम बारिश होती रही। जिससे पारा सामान्य से पांच से आठ डिग्री सेल्सियस नीचे बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अभी राज्य में मौसम के मिजाज में परिवर्तन की संभावना नहीं है। यहां आंशिक रूप से लेकर मुख्यत: बादल छाये रहेंगे। पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
प्रदेशभर में बादलों का डेरा रहा। दून समेत अन्य मैदानी इलाकों में हल्की हवाओं के साथ बौछारें पड़ीं। जबकि, अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में एक से दो दौर की बारिश हुई। इसके अलावा उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हल्का हिमपात भी हुआ। बदरीनाथ और केदारनाथ में भी झमाझम बारिश हुई। बादल छाये रहने और बारिश के चलते अधिकांश शहरों का तापमान सामान्य से काफी नीचे पहुंच गया है। उधर, मसूरी में भी पूरी रात बारिश होती रही। इससे तापमान ने लगाया गोता। सुबह तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहा।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, अगले तीन दिन उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाये रहेंगे। दिन में धूप खिलने की संभावना है। जबकि, पर्वतीय क्षेत्रों में घने बादलों का डेरा रहेगा।
रिमझिम बारिश से मिली गर्मी से निजात
रविवार को तीर्थनगरी व आसपास क्षेत्र में हुई रिमझिम बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया है। पिछले कुछ दिनों से मौसम के पारे से तप रही तीर्थनगरी को इस बारिश से खासी राहत भी मिली है।
पिछले कुछ दिनों से तीर्थनगरी क्षेत्र में मौसम का पारा चालीस डिग्री के पार पहुंच गया था। दिन में चटख धूप के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था। बीते रोज से तीर्थनगरी क्षेत्र में बारिश के आसार बन रहे थे, मगर बारिश नहीं हो पायी। शनिवार की रात्रि भी आसमान में बादल घिर आये थे, जिससे मौसम का पारा रात को ही काफी हद तक गिर आया था। रविवार की सुबह आखिर बूंदाबांदी शुरू हो गयी। पूरे दिन आसमान में बादल घिरे रहे, दिन में कई बार रुक-रुककर बारिश भी हुई।
सायं के समय बारिश तो थम गयी मगर, आसमान में बादल छाये रहे। इस बूंदाबांदी के बाद तीर्थनगरी क्षेत्र में मौसम का पारा भी लुढ़क गया। पिछले दिनों जहां तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया था, वहीं रविवार को बारिश के बाद तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क आया। पारा लुढ़कने के बाद मौसम पूरी तरह से खुशनुमा हो गया है।