भोपाल: MP की पूर्व सीएम उमा भारती ने फिर शराबबंदी पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने जैत गांव के जन्मदिन पर आयोजित गौरव दिवस का हवाला देकर बोला कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने गांव को पूर्ण रूप से नशा मुक्त गांव बनाने का संकल्प लोगों को दिलाया, यह शराबबंदी नशाबंदी की दिशा में स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने ट्विट कर लिखा कि मैं MP के सभी MLA, MP एवं सभी जन प्रतिनिधियों से आग्रह करती हूं कि सभी लोग अपने जन्म स्थान के गांव में यह पहल करें। अब बात निकली है तो दूर तलक जाएगी।
वही उमा भारती ने एक अन्य ट्विट में लिखा कि कर्नाटक में हिजाब पहनने पर उठा विवाद राजनीतिक तथा सांप्रदायिक दिशा में मुड़ गया है। इसे रोकने के लिए सियासी दलों के नेता इस पर अपनी टिप्पणी तत्काल बंद कर दें। इसके साथ ही प्रदेश की सरकारें, शिक्षण संस्थाओं की स्वाधीनता तथा नागरिकों का संवैधानिक अधिकार तीनों को मिलाकर जो परिणाम निकालें, उसे स्वीकार करें।
इसके साथ ही पूर्व सीएम उमा भारती ने शराबबंदी आंदोलन को लेकर कांग्रेस का नाम लिए बिना बोला कि काफी सारे लोग हैं, जिन्हें आंदोलन करना चाहिए। वे लोग क्यों आगे नहीं आ रहे हैं, वे मेरी प्रतीक्षा क्यों कर रहे हैं? उन्होंने फिर दोहराया कि मैं अपनी योजना के तहत 14 फरवरी के पश्चात् में बताऊंगी। इससे पहले वे पीएम नरेन्द्र मोदी एवं सीएम शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करेंगी। उन्होंने कहा कि शिवराज एवं वीडी शर्मा दोनों ही संत मनुष्य हैं। मुझे नहीं पता उसके पश्चात् भी शराबबंदी में कहां दिक्कत आ रही है। सोमवार को पत्रकारों के साथ चर्चा में उमा भारती ने कहा कि शराबबंदी पर मेरी पूर्ण आस्था है। मीडिया, बीजेपी, कांग्रेस, समाज के सभी श्रेणी शराबबंदी चाहते हैं तथा शराब एवं नशे के विरुद्ध एक सशक्त सामाजिक पक्ष हैं। इसमें सामूहिक कोशिश से ही कामयाबी प्राप्त होगी।