कीव, रूस से जारी तनाव और युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन के अलावा पौलेंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा से रूस के हमले के संबंध में बात की है। इस बातचीत में तीनों राष्ट्र मिलकर रूस का जवाब देने को भी राजी हुए हैं। एक ट्वीट में जेलेंस्की ने बताया है कि उनकी इन दोनों राष्ट्राध्यक्षों से बातचीत रविवार को हुई थी। इसमें सभी रूस के खिलाफ एक साझा कदम उठाने को तैयार हुए हैं। गौरतलब है कि रविवार को समाचार एजेंसी पीटीआइ ने बताया था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में रक्षा मंत्री और मिलिट्री जनरल स्टाफ के प्रमुख को आदेश दिया कि परमाणु रोधी बलों को युद्ध के लिए तैयार रखा जाए। इसकी कई देशों ने कड़ी आलोचना भी की है। रायटर्स के मुताबिक जेलेंस्की ने बोरिस जानसन को कहा है कि अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए बेहद खास हैं।
एएफपी ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें बताया गया है कि निहत्थे यूक्रेन के नागरिकों ने एक रूसी टैंक का रास्ता रोक उसको अपनी डायरेक्शन बदलने के लिए मजबूर कर दिया। वीडियो में कुछ लोग एक टैंक के आगे जाते दिखाई दे रहे हैं। ये वीडियो टैंक की राह रोकने वालों में शामिल किसी एक व्यक्ति ने ही बनाई है।
रायटर्स के मुताबिक यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से रूस का रूबल सोमवार को डालर के मुकाबले लगभग 30 फीसद तक गिर गया। खबर के मुताबिक ये एतिहासिक गिरावट है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, आफशोर ट्रेडिंग में रूबल को 27 फीसद की गिरावट के साथ 114.33 प्रति डालर पर दिखाया गया है।
VIDEO: Ukrainians block path of Russian tanks.
On the outskirts of Koryukivka people are blocking the movement of Russian soldiers. Reports suggest Russian soldiers stopped to ask for directions and were surrounded by locals to prevent them from moving towards Kyiv pic.twitter.com/sWViXmARMi
— AFP News Agency (@AFP) February 28, 2022
एएफपी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपात विशेष सत्र आज सुबह 10 बजे (न्यूयॉर्क समयानुसार) होगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद सत्र की अध्यक्षता करेंगे।
यूक्रेन में फंसे 249 भारतीय नागरिकों को लेकर बुखारेस्ट (रोमानिया) से रवाना हुई पांचवीं आपरेशन गंगा फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। यहां पहुंचे छात्रों ने कहा कि सरकार ने हमारी बहुत मदद की है। भारतीय दूतावास द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की गई। मुख्य समस्या सीमा पार करना है। मुझे उम्मीद है कि सभी भारतीयों को वापस लाया जाएगा। यूक्रेन में अभी भी कई और भारतीय फंसे हुए हैं।
आपको बता दें कि रूस के खिलाफ यूक्रेन की मदद के लिए यूरोपीय देशों और अमेरिका ने सैन्य साजो-सामान यूक्रेन भेजा है। साथ ही रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। रूस को स्विफ्ट से भी बेदखल कर दिया गया है। वहीं शनिवार को रूस के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल बेलारूस के शहर मिन्स्क में पहुंचा था। विभिन्न समाचार एजेंसियों ने बताया था कि ये प्रतिनिधिमंडल मिन्स्क में यूक्रेन के साथ होने वाली बातचीत के लिए वहां पर पहुंचा है।
जेलेंस्की ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उन्होंने ब्रिटेन और पौलेंड के राष्ट्राध्यक्षों को यूक्रेन और युद्ध के ताजा हालातों की जानकारी दी। इसके अलावा जेलेंस्की ने फोन पर ही यूरोपीयन यूनियन के राष्ट्रपति ऊरसुला वोन डेर लेयिन से भी इस बारे में बात की है। ऊरसुला के साथ जेलेंस्की ने यूक्रेन की सुरक्षा को और अधिक पुख्ता करने के बारे में बातचीत की है। इससे पहले उन्होंने लिथुआनिया के राष्ट्रपति से बात की थी। जेलेंस्की ने कहा है कि रूस के साथ जारी जंग के बाद उन्होंने अपने कई मित्र देशों से बात कर मदद मांगी है। बता दें कि जेलेंस्की इनके अलावा स्पेन, पुर्तगाल से भी बात कर चुके हैं।