कोरोना काल में बंद की गई थी सुविधा
आपको बता दें कि बिहार समेत पूरे पूर्वांचल में छठ का त्योहार काफी जोर और शोर से मनाया जाता है। इस त्योहार पर लोग अपने घरों को जाते हैं। इसलिए इन दिनों में सड़क हो या फिर रेल मार्ग या फिर हवाई मार्ग सभी परिवहन के साधनों में जबरदस्त भीड़ रहती है। ट्रेनों में सबसे अधिक गरीब वर्ग के लोग जाते हैं ऐसे में यह दूरी तय करने के लिए रेलवे विभाग काफी तैयारी कर हा है। लोगों को कंफर्म टिकट अगर नहीं मिल पाए तो उनके लिए अनारक्षित टिकट के जरिए घर पहुंचने की सुविधा रहेगी। यह फैसला रेलवे की ओर से त्योहारों को देखते हुए लिया गया है। इस दौरान यात्रियों की संख्या में भी जबरदस्त इजाफा होता है।
यात्रियों को मिली दिक्कत से निजात
अभी अनारक्षित टिकट न होने से यात्रियों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। अनारक्षित टिकट न मिलने से लोगों को जितने कोच थे उतने में ही तय सीटों में टिकट मिल रही थी। लेकिन त्योहारों में अनारक्षित टिकट की शुरुआत से लोग कम दूरी का सफर बिना किसी दिक्कत के ट्रेन से कर सकेंगे और घर पहुंच सकेंगे। बता दें कि लाकडाउन के बाद एक जून 2020 से ही अधिकतर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया। ऐेसे में कुछ ट्रेनों को ही चलाने की अनुमति दी गई और वे ट्रेनें स्पेशल के रूप में चल रही हैं। स्पेशल एक्सप्रेस के जनरल कोच के लिए भी टिकट जरूरी है और अभी तक पैसेंजर में ही यह अनारक्षित टिकट की सुविधा बहाल थी। रेलवे की ओर से बताया गया है कि अगर उसे मंजूरी मिलती है तो वह ट्रेनों में दो से 4 अनारक्षित टिकट के लिए कोच लगाने की शुरुआत कर देगा ताकि दिक्कत न हो।
इन ट्रेनों में मिल सकती है सुविधा
गोरखपुर से लखनऊ गोरखपुर इंटरनसिटी एक्सप्रेस, गोरखपुर वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस, गोरखपुर ऐशबाग इंटरसिटी एक्सप्रेस, वाराणसी लखनऊ कृषक एक्सप्रेस, गोरखपुर मैलानी एक्सप्रेस, लखनऊ काठगोदाम एक्सप्रेस, लखनऊ छपरा एक्सप्रेस, गोमती नगर छपरा कचहरी एक्सप्रेस में सुविधा मिल सकती है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ मेल और एक्सप्रेस टेÑेनों के कोच बढ़ाकर अनारक्षित करने का प्रस्ताव चल रहा है। इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
GB Singh