उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक युवक का शव थाने के लॉकअप में फांसी पर लटका मिला। घटना का संज्ञान लेकर उच्चाधिकारी आननफानन में मौके पर पहुंचे। संयुक्त पुलिस आयुक्त नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि सीपी ने एडिशनल एसएचओ समेत डयूटी पर मौजूद चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ उसी थाने में एफआइआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
चोरी के आरोप में हुई थी गिरफ्तारी
दरअसल, मामला गोमतीनगर विस्तार थाने का है। मूलरूप से सीतापुर के महोली के मुरनिया गांव निवासी उमेश चोरी के आरोप में शुक्रवार सुबह 6:30 बजे ही लाया गया था। पूर्व डीआइजी उदयशंकर जायसवाल ने इसकी गिरफ्तारी की। बताया जा रहा है कि आरोपित की पिटाई भी की गई थी। उधर थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों का कहना था कि चोरी में पकड़े जाने पर उमेश ने अपना सिर वहीं दीवार में लड़ा दिया था, जिससे उसे चोटें आईं। करीब 8:30 बजे उसने थाने के लॉकअप में ही फांसी लगा ली। वहीं, सूचना पर पहुंचे आलाधिकारियों ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।
उठ रहे ये सवाल
आरोपित के शरीर पर चोटें थीं तो उसे मेडिकल के लिए क्यों नहीं ले जाया गया? लॉकअप में क्यों डाला गया? उसने पिटाई के भय से खुद फांसी लगाई या उसे पुलिस ने मारकर फांसी पर लटका दिया?… ऐसे ही तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब युवक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच के बाद सामने आएंगे।
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