यूपी के दो जिलों को नशे के सौदागरों ने अपना अड्डा बना रखा था। पुलिस की सक्रियता से इस गिरोह का भंडाफोड़ हो गया है। 33 लाख रुपये की 331 ग्राम स्मैक के साथ रविवार को दबोचे गए शाहजहांपुर जिले के पूर्व ग्राम प्रधान समेत तीन लोगों ने बिलग्राम कस्बे को स्मैक सप्लाई का प्रमुख अड्डा बना रखा था। ये लोग हरदोई के अलावा फर्रुखाबाद व शाहजहांपुर जिले में भी स्मैक की आपूर्ति करते थे। हरदोई जिले में स्मैक की बिक्री बड़े पैमाने पर होने की शिकायतें एसपी विपिन कुमार मिश्र को मिली थीं। उन्होंनेे एएसपी पूर्वी ज्ञानंजय सिंह, सीओ सिटी विजय कुमार राना के अलावा क्राइम ब्रांच प्रभारी अरुणेश गुप्ता को स्मैक सौदागरों को दबोचने की जिम्मेदारी दी। एसपी ने पुलिस लाइन में बताया कि सटीक सूचना पर क्राइम ब्रांच टीम ने देहात कोतवाली के दरोगा ब्रह्म प्रकाश के साथ रविवार दोपहर बाद शाहाबाद रोड पर चरौली पुलिया के निकट तीन लोगों को हिरासत में लिया।
इनमें पूर्व प्रधान राजपाल कुशवाहा पुत्र डोरी सिंह निवासी शाहजहांपुर थाना मिर्जापुर सिंगापुर गांव, प्रमोद कुमार कुशवाहा पुत्र इंद्रपाल निवासी सिंगापुर गांव और हरदोई के बेहटा गोकुल थाना क्षेत्र के ग्राम साबिरपुर निवासी छुन्नी सिंह पुत्र बालस्टर सिंह है। पूछताछ में इन्होंने बताया कि बिलग्राम कस्बे को उन्होंने स्मैक सप्लाई का प्रमुख केंद्र बना रखा था और यहीं से हरदोई के अलावा शाहजहांपुर व फर्रुखाबाद को आपूर्ति करते थे। एसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 10 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।