होली त्योहार के बाद दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ समेत कई जिलों के लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, एक पखवाड़े बाद यानी 31 मार्च से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को वाहनों के लिए खोलने की पूरी तैयारी की जा रही है। केंद्र सरकार के निर्देश पर एनएचएआइ ने इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में बचे शेष कार्यों को अगले दस दिन में पूरा करने के लिए अतिरिक्त इंजीनियर एवं कामगार लगा दिए हैं। अंतिम एबीईएस अंडर पास की छत डाल दी गई है। लालकुआं का कार्य अगले तीन दिन में पूरा हो जाएगा। डासना आरओबी एवं एलिवेटिड रोड का निर्माण कार्य पूरा करने के बाद फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। एनएचएआइ के अफसर ने बताया कि 31 मार्च को एक्सप्रेस-वे को चालू किए जाने की प्रस्तावित तिथि मिल गई है। चिपियाना आरओबी कार्य जारी रहेगा।
उधर, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को खोले जाने को लेकर एनएचएआइ की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन मेरठ के भारतीय जनता पार्टी के सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने एलान किया है कि होली बाद आगामी 31 मार्च को एक्सप्रेस-वे खोल दिया जाएगा। जाहिर है कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के चालू होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को राहत मिलने शुरू हो जाएगी।
20 मार्च तक तैयार हो जाएगा मेरठ डासना खंड
उधर, एनएचएआइ लगातार दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को समय पर चालू करने का दावा कर रहा है, लेकिन उसने तारीख का एलान विधिवत नहीं किया है। इस बीच एनएचएआइ अधिकारियों का कहना है कि इसी सप्ताह 20 मार्च तक एक्सप्रेस-वे का मेरठ डासना खंड तैयार हो जाएगा। वाहन चालकों के लिए इसे कब खोला जाएगा, इस पर अधिकारियों का कहना है कि इसकी तारीख अभी नहीं बताई गई है।
31 मार्च को चालू हो सकता है दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
उधर, मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल के एलान पर एनएचएआइ के अधिकारी व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद कुमार ने बताया कि किसी भी एक्सप्रेसव-वे का चालू करने की तारीख राजमार्ग मंत्रालय से निर्धारित होती है। यदि सांसद ने 31 मार्च खोलने की घोषणा की है तो मंत्रालय से बात करके ही की होगी। वैसे 31 तक एक्सप्रेस-वे तैयार हो ही जाएगा।