संकल्प पत्र भाजपा ने जनता से वादे किए हैं-
– स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
– शहरों को स्वच्छ, हरित व स्वस्थ बनाया जाएगा।
– सघन वृक्षारोपण।
– बेहतर सड़कें।
– बेहतर पेयजल व्यवस्था।
– बेहतर स्ट्रीट लाइट।
– निशुल्क सामुदायिक शौचालय।
– महिलाओं के लिए पिंक टॉलेट की व्यवस्था।
– व्यक्तिगत शौचालयों के लिए 20 हजार रुपये तक की व्यवस्था।
– आदर्श नगर पंचायत की व्यवस्था।
– ई- टेंडरिंग पर दिया जोर।
– आवारा पशुओं के लिए कांजी हाउस की व्यवस्था।
– पटरी दुकानदारों के लिए प्रभावी संरक्षण।
– प्रत्येक घर में निशुल्क जल संयोजन।
– पारदर्शी व उत्तरदायी शासन।
– जनशिकायतों का समयबद्घ निस्तारण।
– बेहर यातायात के लिए सुदृढ़ नगर बस सेवा।
– मुख्य सार्वजनिक स्थानों पर वाईफाई व्यवस्था।
– स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के माध्यम से स्वच्छ वातावरण बनाना।
– प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रभावी क्रियान्वयन।
– पार्कों का सौन्दर्यीकरण एवं निर्माण।
– अन्त्येष्टि स्थलों का सुदृढीकरण।
– स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व उनके आश्रितों का गृह कर में छूट।
– नगरों का स्मार्ट सिटी के रूप में विकास।
– वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था।
– नगरों में ऑडिटोरियम/एक्जीबिशन ग्राउन्ड की व्यवस्था।
– श्रेष्ठ कर्मियों को पुरस्कृत करने का वादा।
UP निकाय चुनाव: BJP ने जनता से किए 27 वादे, योगी ने कहा- विकास से जुड़ेगा हर नागरिक
यूपी के निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी कर जनता से 27 वादे किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को विकास से जोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्तर से जनता को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सर्वे करा रही है।
रविवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में नगर निकाय चुनाव का भाजपा का संकल्प पत्र जारी करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नगर निकाय में भाजपा का बोर्ड गठित होगा तो विकास को दिल्ली से नीचे तक आने में देर नहीं लगेगी। नगर निकाय में केन्द्र व राज्य सरकार की समान विचारधारा का बोर्ड सरकार की मंशा के अनुरूप काम करेगा तो नगरीय क्षेत्रों के विकास में मदद मिलेगी। केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ शहरी क्षेत्र में अंतिम पायदान पर बैठे वंचित वर्ग को मिल सके इसलिए निकाय चुनाव में सभी जगह भाजपा का बोर्ड बनना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निकाय चुनाव में विरोधी दल मैदान छोड़कर भाग गए हैं, उनकी सरकार निकाय चुनाव में कसौटी पर खरा उतरेगी।