यूपी के माध्यमिक स्कूलों के स्टूडेंट्स को स्मार्ट बनाने की प्लांनिंग करते हुए फ्रेंच, जर्मन, उर्दू, अरबी और फारसी भाषा सिखाई जाएगी. विदेश में पढ़ाई और नौकरी प्राप्त करने के लिए स्टूडेंट्स को आसानी हो इसके लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान योजना के तहत ये कार्यक्रम तैयार किया गया है.
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बतादें राज्य परियोजना निदेशक की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है. वहीं उन शिक्षकों की लिस्ट तैयार की गई है जो फ्रेंच, जर्मन, उर्दू, फारसी, अरबी भाषा का ज्ञान रखते हैं, और स्टूडेंट्स को ये भाषा सिखाना चाहते हैं. इसके अलावा उन स्टूडेंट्स की भी लिस्ट भी तैयार की जा रही है जो विदेशी भाषा सीखने के लिए उत्सुक है.
स्कूलों के प्रिसिंपल को इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करना होगा. साथ ही विदेशी भाषा के बारे में जानकारी देते हुए लाभ बताना होगा. पर्यटन के क्षेत्र में मिल सकेगा रोजगार विदेशी भाषा होने के वजह से भविष्य में पर्यटन, होटल इंडस्ट्री में रोजगार आसानी से प्राप्त हो सकेंगे.
यूपी बोर्ड की पहली पहल
स्टूडेंट्स को विदेशी भाषाओं का प्रशिक्षण इंटर कॉलेज स्तर तक किसी भी बोर्ड द्वारा नहीं दिया जाता है. यूपी बोर्ड ने यह पहल सबसे पहले की है.
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