होली के बाद गर्मी अपने रूप दिखाना शुरू कर देगी। तापमान तो अभी से बढ़ रहा है लेकिन अभी रात और दिन के तापमान में काफी अंतर होने की वजह से लोगों को गर्मी का एहसास नहीं हो रहा है। मार्च के बाद से सूर्य चढ़ेगा और दिन का तापमान बढ़ना शुरू होगा। गर्मी की आहट से ही लोग व्याकुल हो जाते हैं और तैयारी शुरू कर देते हैं। कूलर ठीक करने से लेकर एसी बनाना लोग शुरू करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि कूलर और एसी में जमीन आसमान का अंतर है। न केवल सेहत की दृष्टि से बल्कि पैसा और समय के लिहाज से भी। कूलर को लोग एसी के मुकाबले बिल्कुल कम आंकते हैं जबकि अगर इसे ढंग से उपयोग करें तो यह एसी को फेल करेगा और बिजली भी बचाएगा। आइए जानते हैं।
कूलर का बेहतर उपयोग
गर्मी आते ही कूलर की सफाई के साथ ही लोग उसकी खस की घास को बदलते हैं ताकि ठंडक का अहसास कमरे में हो। इसके अलावा उसके पंखों को भी ठीक किया जाता है। लेकिन अधिकतर लोगों को कहता सुना गया होगा कि उनका कूलर काम नहीं करता है, अच्छी हवा नहीं देता और गर्मी तो दूर करता ही नहीं है। ऐसे में या तो वे नया कूलर लेते हैं या फिर अपने दिल पर पत्थर रखकर एसी रखते हैं। लेकिन अगर आपको भी ऐसा ही लगता है तो आप न तो नया कूलर लें और न ही एसी लगवाएं। बल्कि कूलर को ही ढंग से चलाएं तो यह अच्छी और ठंडी हवा देगा।
क्या करें उपाय
सबसे पहले तो कूलर को ऐसी जगह से हटा दें जहां पर सीधी धूप कूलर पर पड़ रही हो। कूलर को हमेशा छत की छांव या फिर आपके घर के आंगन में लगे किसी पेड़ के नीचे खिड़की की ओर लगाएं। अगर धूप नहीं पड़ेगा तो कूलर की खास नहीं सूखेगी और जिससे अधिक ठंडी हवा कमरे में आएगी। कूलर को अच्छा होगा कि ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां पर हवा प्रापर तरीके से चलती हो। अगर आप बंद कमरे में कूलर रखते हैं तो यह कुछ दिनों बाद ही गरम हवा फेंकना शुरू कर देगा। अगर आप कमरे में कूलर रख रहे हैं तो वहां एक खिड़की होना जरूरी है। वेंटीलेशन वाली जगह पर कूलर न रखने से यह उमस पैदा कर सकता है। जब कूलर कमरे में हवा देता है तो कमरे की हवा को बाहर निकलने के लिए खिड़की होना जरूरी है। इसी तरह घर को बदलें और जाली को भी साफ करते रहें। दो बार घास गर्मी में बदल सकते हैं। घास कभी भी भर के न लगाएं बल्कि हल्का-हल्का खाली रखें। पानी का पंप ठीक से घास को गीला कर रहा है यह देखें।
GB Singh