वाराणसी: वाराणसी जनपद मेें फ्लाईओवर की बीम गिरने से मौत के मामले में एफआईआर दर्ज की गयी है। डीजीपी मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में सिगरा थाने के दारोगा घनानंद त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश सेतु निगम परियोजना के अधिकारी, कर्मचारी, ठेकेदारों और उनके कर्मचारियोंं के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज करायी है।

वहीं वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के समीप निर्माणाधीन फ्लाईओवर हादसे का जायजा लेने के लिए मुक्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार देर रात पहुंचे। उनसे पहले हादसे की जानकारी मिलने पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने नौ बजे शहर पहुंच कर दुर्घटनास्थल का मौका-मुआयना किया। रात 11.45 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शहर पहुंच गए।
उप मुख्यमंत्री मौर्य ने उप्र सेतु निगम के चार अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। इसमें चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारीए प्राजेक्ट मैनेजर केआर सूदनए सहायक अभियंता राजेश सिंह और अवर अभियंता लालचंद शामिल हैं। हादसे की जांच के लिए तकनीकी टीम का गठन किया गया है। हादसे के बाद बनारस पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में कहा कि घटना में 15 लोगों की मौत हुई और 11 घायल हैं।
सीएम योगी ने कहा कि इस हादसे की हकीकत जानने के लिए तीन सदस्यीय तकनीकी टीम का गठन किया गया है। टीम की रिपोर्ट के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना बहुत दुखद है। हादसे के बाद ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझसे जानकारी ली और इसके बाद मैंने उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य को यहां भेज दिया था। हमारी प्राथमिकता घायलों को बेहतर इलाज देने की है।हादसे में मृतकों को पांच लाख, गंभीर घायलों के दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की मदद की जा रही है। बता दें कि निर्माणाधीन चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के दो बीम मंगलवार शाम सड़क पर गिर पड़े।
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