Video #coronavirus के चलते गोरखधंधा करने वाली को वेश बदलकर SDM ने रंगे हाथों पकड़ा
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ओवर रेटिंग के ख़िलाफ़ पूरे प्रदेश में बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। योगी के इन्ही निर्देशों के क्रम में गोंडा की सिटी मजिस्ट्रेट(SDM ) वन्दना त्रिपाठी जब आम ग्राहक बनकर दुकान पर पहुँची तब दुकानदार ने उसे ज़्यादा क़ीमत वसूली। सिटी मजिस्ट्रेट के साथ गया पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी इस नाटक में शामिल थे। दुकानदार को मौक़े से गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस तरह की कार्रवाइयां पूरे प्रदेश में की जा रही हैँ।
लाॅक डाउन के दौरान लोगों को सस्ती दरों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से निर्धारित दरों से अधिक कीमत पर बिक्री करने वाले मुनाफाखोरों के खिलाफ जिला प्रशासन ने शिंकजा कसना शुरू कर दिया है।
बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट वन्दना त्रिवेदी की अगुवाई में एसडीएम सदर वीर बहादुर यादव तथा सीओ लक्ष्मीकान्त गैतम की संयुक्त टीम ने भेष बदलकर स्वयं ग्राहक बनकर दुकानों पर खरीददारी की और मुनाफाखोरी पकड़ी। बतातें चलें कि जिला प्रशासन की तरफ से लाकडाउन के दौरान दैनिक उपयोग की वस्तुओं, फलों व सब्जियों के थोक व खुदरा मूल्य निर्धारित करते हुए सभी व्यापारियों से संकट की इस घड़ी में प्रशासन को सहयोग करने व निर्धारित मूल्य से अधिक पर सामानों की बिक्री न किए जाने का अनुरोध किया था। इसके बावजूद बाजार में जमाखोरी व ओवर रेटिंग की शिकायत मिल रही थी। जिलाधिकारी डा. नितिन बंसल ने नगर मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी को दैनिक उपयोग की वस्तुओं की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया। इसके बाद नगर मजिस्ट्रेट ने उप जिलाधिकारी सदर वीर बहादुर यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर लक्ष्मीकांत गौतम व सूचना विभाग के कर्मचारी अरुण सिंह के सहयोग से हुलिया छिपाकर दुकानों का जायजा लेने का निर्णय लिया।
मुनाफाखोंरों का रंगेहाथ पकड़ने के लिए नगर मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी बुधवार को भेष बदलकर स्कूटी पर सवार होकर सबसे पहले अम्बेडकर चैंराहे पर स्थित विनोद शर्मा जनरल स्टोर पर पहुंची। प्रशासन द्वारा इस दुकान को फुटकर बिक्री के लिए खोलने की अनुमति दिए जाने के बावजूद दुकानदार काफी ऊंचे मूल्यों पर सामान बेंच रहा था। नगर मजिस्ट्रेट द्वारा जरूरी सामानों की खरीद के उपरान्त रसीद बनवाकर जब कुछ पैसे कम लेने की गुजारिश की गई तो दुकानदार ने उनसे अभद्रता करते हुए सामान का पैकेट हाथ से छीन लिया और बिना पूरा पैसा लिए सामान न देने की बात कही। इसके बाद उन्होंने बगल की दुकान पर जाकर भी कुछ खरीददारी की। यहां पर भी यही स्थिति देखने को मिली। सामान ऊंचे दामों पर बेंचा जा रहा था। इसको लेकर दुकानदार से बाकायदा झिकझिक भी हुई। इन सारे दृश्यों की गोपनीय ढंग से विधिवत रिकार्डिंग भी कराई गई।
इसके बाद अधिकारियों की टीम ने चैंक स्थित शंकर ट्रेडिंग कम्पनी पहुंचकर भी सामानों की खरीददारी की। वहां भी ओवर रेटिंग होती पाई गई। गौरतलब है कि यह दुकान थोक विक्रेता की है, किन्तु वहां पर फुटकर में भी वस्तुओं की बिक्री ऊंचे मूल्यों पर की जा रही थी। यहां भी सामान खरीदकर बिल बनवाया गया। इसके बाद प्रशासन की तरफ से तीनों दुकानों पर छापा डालकर दुकानदारों को हिरासत में ले लिया गया है। पकड़े गए सभी दुकानदारों के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर दुकानें सील कर कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि लॅाक डाउन के दौरान निर्धारित किए मूल्य से अधिक रेट पर थोक अथवा खुदरा बिक्री करने वाले दुकानदार तत्काल मुनाफाखोरी बन्द कर दें अन्यथा आगे भी छापेमारी की कार्यवाही की जाएगी। जिला प्रषासन की इस कार्यवाही से जिले के मुनाफाखोरों में हडकम्प मच गया है वहीं जनता को उचित मूल्यों पर आवश्यक वस्तुएं मिल रही हैं।