लखनऊ: एप्पल कम्पनी के एएसएम#VivekTiwariKilling को लेकर बार-बार उठे रहे पुलिस पर सवाल के बीच मंगलवार को एक बार फिर एसआईटी ने घटना का पूरा रिकंस्ट्रक्शन कराया। रविवार को भी एसआईटी ने इस घटना में क्राइम सीन का रिकंस्ट्रक्शन किया था पर उस रिकंस्ट्रक्शन पर सवाल उठे थे।
मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे एसआईटी टीम के प्रभारी आईजी सुजीत पाण्डेय अपनी पूरी टीम, फारेंसिक और बैलस्टिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। आईजी के पहुंचने से पुलिस ने घटनास्थल को यलो टेप से चारों तरफ से सील कर दिया। इसके बाद सबसे पहले सड़क पर बने डिवाइटर, फूटपाथ और जहां पर विववे की एक्सयूवी गाड़ी खड़ी थी, उसकी ऊंचायी और दूरी का नाप लिया।
डम्मी के तौर पर अपाचे बाइक व एक्सयूवी बुलायी गयी
इस क्राइम सीन के रिक्रएशन के लिए एसआईटी टीम ने आरोपी सिपाहियों की बाइक जगह पुलिस की एक अपाचे बाइक और विवेक की गाड़ी के मॉडल की एक्सयूवी गाड़ी बुलायी गयी। दोनों की गाडिय़ों को उसी तरह खड़ा किया गया, जिस तरह घटना के वक्त विवेक की एक्सयूवी और सिपाहियों की अपाचे बाइक खड़ी थी। इसके बाद फारेंसिक टीम ने दोनों गाडिय़ों के बीच की दूरी को नापा। एक्सयूवी गाड़ी की ऊंचाई, टायर का डाइमीटर नापा गया। एक्सयूवी गाड़ी के बोनट की भी लम्बाई को फारेंसिक टीम ने नपा। वहीं अपाचे बाइक की भी ऊंचाई को भी फारेंसिक टीम ने नापा। इस दौरान दो सिपाहियों को भी उस तरह खड़ा किया गया, जिस तरह आरोपी सिपाही घटनास्थल पर मौजूद थे। एक सिपाही को डण्डा दिया गया था और दूसरे सिपाही के हाथ में पिस्टल थी। वहीं एक्सयूवी गाड़ी में एक विवेक की तरह की एक चालक को भी डम्मी के तौर पर बैठा गया था।
सना ने बताया डिवाइडर से नहीं सामने से मारी गयी थी गोली
क्राइम सीन के इस रिकंस्ट्रक्शन के दौरान इस बारे एसआईटी टीम ने घटना की चश्मदीद गवाह सना को भी बुलाया था। करीब साढ़े तीन बजे सना पुलिस की सुरक्षा के लिए मौके पर पहुंची। इस दौरान एसआईटी और फारेंसिक टीम ने सना के घटना को लेकर कई सवाल-जवाब किये। इस सवालों के बीच सना ने जो सबसे अहम बात बतायी वह यह है कि सिपाहियों की बाइक सामने से आकर रुकी थी। बाइक के पीछे बैठा सिपाही संदीप हाथ में डण्डा लिये थे। बाइक से उतरते ही सिपाही संदीप सना की तरफ बढ़ा। इस पर विवेक ने अपनी गाड़ी को बैक किया और आगे बढ़ाने की कोशिश की। इस दौरान विवेक की गाड़ी का पहिया सिपाही प्रशांत चौधरी की बाइक पर चढ़ गया। बस इस पर सिपाही प्रशांत ने पिस्टल निकाली और फौरन ही गोली मार दी। गोली विवेक के लगी और फिर विवेक ने गाड़ी को दोबारा बैक किया और शहीद पथ अंडरपास की तरफ तेजी बढ़ा। कुछ ही दूर जाकर विवेक की गाड़ी अंडरपास से बने खम्भे से टकरा गयी।
विवेक की पत्नी कल्पना और भाई विष्णू भी रहे मौजूद
मंगलवार को क्राइम सीन के रिकंस्ट्रक्शन के दौरान विवेक की पत्नी कल्पना अपने भाई विष्णू के साथ घटनास्थल पर पहुंची। उनके सामने ही एसआईटी की टीम ने चश्मदीद सना से घटना को लेकर सारे सवाल-जवाब किये। मौके पर मौजूद विवेक की पत्नी कल्पना बहेद खमोशी से सब कुछ देखती और सुनती रही। क्राइम सीन के रिकंस्ट्रक्शन के बाद कल्पना, उनका भाई और चश्मदीद सना पुलिस सुरक्षा के बीच वापस अपने घर लौट गये।
सना अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित
विवेक तिवारी हत्याकाण्ड की मुख्य गवाह और चश्मदीद सना ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल किये हैं। सना ने कहा कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिल जाती है, तब तक उसको अपनी जान का खतरा रहेगा। फिलहाल घटना के बाद से सना के घर पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। घटना के बाद मंगलवार को पहले बार सना अपने घर से बाहरी निकली तो पुलिस उसके साथ मौजूद थी। वहीं अभी तक चल रही जांच पर भी सना ने भरोसा जताया है।
यूपीआरएएसएस गेट पर लगा एक कैमरा खराब मिला
एक किलोमीटर दायरे में लगे सभी कैमरे खंगला रही है पुलिस
एप्पल कम्पनी के एएसएम विवेक तिवारी की हत्या के मामले में छानबीन मेें लगी पुलिस अब घटनास्थल के एक किलोमीटर दायर के अंदर लगे सभी कैमरों की फुटेेज खंगला रही है। वहीं उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ की बिल्डिंग के गेट पर लगे चार कैमरों में से एक कैमरा खराब मिला है।
मंगलवार को एसआईटी प्रभारी व आईजी रेंज सुजीत पाण्डेय और सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र घटनास्थल पहुंचे। घटनास्थल के ठीक उलटी दिशा में यूपीआरएसएस की बिल्डिंग है। इस भावन के के दो इंटरेंस पर चार सीसीटीवी कैमरे लगे। सीओ हजरतगंज ने बिल्डिंग के गेट पर लगे चारों कैमरों को चेक किया तो गेट पर लगे एक कैमरा खराब मिला। उन्होंने बाकी चल रहे तीन कैमरों की फुटेज भी देखी। करीब 20 मिनट बिल्डिंग के गेट पर लगे कैमरों की फुटेज चेक करने के बाद आईजी रेंज वहां से चले गये। जबकि सीओ हजरतगंज को घटनास्थल के एक किलोमीटर दायरे के अंदर आने वाले सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने की जिम्मेदारी दी गयी है। अब सीओ हजरतगंज एक-एक करके सभी जगहोंं पर लगे कैमरे की फुटेज खंगालने में जुट गये हैं। पुलिस के अधिकारियों का मानना है कि सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को इस घटना के अहम साक्ष्य मिले सकते हैं।
आईजी अभिताभ ठाकुर पत्नी संग थाने व घटनास्थल पहुंचे
विवेक तिवारी की हत्या के मामले में जहां एक तरफ पहले से राजनीति अपने चरम पर हैं, वहीं अब दूसरी तरफ पुलिस विभाग के आईजी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी भी मैदान में उतर आये हैं। मंगलवार को आईजी अमिताभ ठाकुर अपनी पत्नी के साथ इस पूरे मामले का सच तलाशने के लिए सबसे पहले गोमतीनगर थाने पहुंचे। थाने पर उन्होंने कुछ पुलिस वालों से बातचीत भी किया। वहीं थाने पर खड़ी आरोपी सिपाहियों की बाइक और विवेक की एक्सयूवी गाड़ी को भी देखा। इसके बाद दोनों लोग घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की। इस दौरान आईजी अमिताभ ठाकुर ने बताया कि वह इस घटना से जुड़ा सच जानने के लिए आये हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में यह बात बार-बार निकल कर सामने आ रही है कि एक पक्ष की बात सुनी जा रही है, जबकि दूसरे पक्ष की बात नहीं सुनी जा रही है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि इस घटना से जुड़ा सच सबके सामने आये। उन्होंने कहा कि अपनी छानबीन में उनको जो कुछ भी मिलेगा और उसी रिपोर्ट बनाकर डीजीपी ओपी सिंह को दे देंगे।