चैत्र मास विदा हो चुका है और अब हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल का दूसरा महीना चल रहा है। हिंदू धर्म में नव वर्ष की शुरुआत चैत्र मास से होती है और उस दिन नवरात्र के व्रत रखकर और नवसंवत्सर का स्वागत अलग-अलग ढंग से करते हैं। अब वैशाख आ गया है जिसका भी राज्यों में अलग-अलग महत्व है। कई राज्यों में यह मनाया जाता है और नई फसल के आगमन पर खुशियां मनाते हैं। इसी माह में गेहूं के कटने का भी सीजन हो चुका है। यह 17 अप्रैल से शुरू होकर 16 मई तक चलेगा। इस मास में कौन से व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। आइए जानते हैं।
एक माह होगी उपासना
कहा जा रहा है कि फरवरी के बाद से बंद शादी के शुभ लग्न भी इसी मास में खुल रहे हैं। देवउठनी एकादशी से यह कार्य शुरू हो जाएगा। इस पूरे माह भगवान विष्णु, लक्ष्मी व अन्य देवताओं की पूजा का काफी मान है। इस माह करीब सात से आठ शुभ मुहूर्त शाादियों के लिए पड़ रहे हैं। वैशाख 16 मई को समाप्त होगा। इसी माह में अक्षय तृतीया भी पड़नी है। साथ ही कई तरह के शुभ कार्य इसी महीने आसानी से कर सकते हैं।
वैशाख में पड़ेंगे ये व्रत त्योहार
17 अप्रैल को यह इस्टर से शुरू हो रहा है। 19 को संकष्टी चतुर्थी व्रत है और 26 को वरुथिनी एकादशी का व्रत है। गुरु प्रदोष का व्रत 28 अप्रैल को है और 29 को शिवरात्रि मासिक है। अमावस्या 30 तारीख को है। इसके अलावा मई माह में भी 16 तक वैशाख है इस प्रकार से 1 मई को सूर्यग्रहण पड़ रहा है। तीन मई को परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया है। गंगा सप्तमी 8 तारीख को है।। सीता नवमी 10 को और मोहिनी एकादशी 12 को है। प्रदोष व्रत 13 मई को है। नरसिंह जयंती 14 को और वैशाख पूर्णिमा 15 मई को है।
GB Singh