अक्तूबर में लगातार शुभ तिथि
दो अक्तूबर शनिवार को अश्विन माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी पर इंदिरा एकादशी पड़ी थी। इस दिन पितरों का श्राद्ध करने से आत्मा को शांति मिलती है। इस दिन व्रत से अच्छा फल व्रती को मिलता है। इसके साथ ही छह अक्तूबर को सर्वपितृ अमावस्या होगी। यह श्राद्ध का अंतिम दिन होगा। सात अक्तूबर को नवरात्रि शुरू हो रही है। इस दौरान माता की आराधना की जाती है। घर-घर में कलश स्थापना की जाती है और नौ दिन पूजा होती है। साथ ही 13 अक्तूबर को नवरात्रि का महाअष्टमी मनाया जायेगा। इस दिन कहीं-कहीं माता की पूजा और कन्या पूजन किया जाता है। शारदीय नवरात्र में महाष्टमी का दिन काफी खास माना जाता है। 15 अक्तूबर को दशहरे का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन कहीं रामलीला का मंचन को कहीं रावण के पुतले का दहन होता है। यह दिन भी काफी खास होता है। 24 अक्तूबर को करवाचौथ मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति के लिए व्रत रखती हैं। यह निर्जला व्रत होता है।
दुर्गा पूजा के उत्सव की रहेगी धूम
पश्चिम बंगाल के साथ पूरे देश में दूर्गा पूजा की धूम दशहरे में रहेगी। बंगाल और आसपास के राज्यों में पांच दिन का अवकाश रहेगा। हालांकि कोरोना के चलते इस बार भी त्योहार पर ज्यादा भीड़ की अनुमति नहीं दी जाएगी लेकिन फिर भी कहीं-कहीं पंडाल लगेगा और माता की प्रतिमा लाई जाएगी। षष्ठी से ही माता का आगमन पंडाल में होगा। अगले दिन सप्तमी और फिर संधि पूजा होगी। अष्टमी और नवमी पूजन के बाद दशहरे पर विसर्जन होगा। अक्तूबर के बाद नवंबर में दिवाली और अन्य त्योहार व व्रत पड़ेंगे।
GB Singh