
बतौर प्रोड्यूसर्स, ‘ये सीरियल एक राजपूत लड़की के बारे में है जो एक मरते हुए पिता के वचन की रक्षा करती है। वो सिर्फ उस वचन को निभाने के लिए 9 साल के बच्चे से शादी करती है और उसके बाद भी उसकी पत्नी नहीं, बल्कि पहरेदार बनती है।’ सीरियल में दिखाए गए सुहागरात सीन को लेकर मेकर्स ने कहा कि इसे उस तरह से नहीं दिखाया गया है।
इस याचिका में कहा गया है, ‘पहरेदार पिया की सीरियल में एक 10 साल के लड़को को अपने से दोगुनी उम्र की लड़की का पीछा करते और उसकी मांग में सिंदूर भरते हुए दिखाया जा रहा है। ये सीरियल रात 8:30 बजे सोनी टीवी पर आता है जो कि फैमिली टाइम होता है। इस सीरियल से दर्शकों की मानसिकता प्रभावित होगी। हम सभी इस सीरियल पर बैन चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे ये सीरियल देखकर प्रभावित हों। सीरियल बैन करने के लिए इस याचिका पर साइन करें।’
स्मृति ईरानी ने भी ये गुहार सुनते हुए मामले को ब्रॉडकास्टिंग कंटेंट कम्प्लेंट्स (बीसीसीसी) के पास आगे बढ़ा दिया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बीसीसीसी से शो के खिलाफ तुरंत एक्शन लेने को कहा है। अब मेकर्स इंतजार में हैं कि बीसीसीसी इस याचिका पर क्या सुनवाई करती है।
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