हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को महादेव के काफी निकट माना गया है और इसलिए यह काफी महत्व रखता है। वैसे तो रुद्राक्ष के बारे में जो मान्यताएं हैं उनके मुताबिक यह भोलेनाथ के आंसुओं से बना है। खुद भी महादेव इसे अपने शरीर में धारण किए हुए हैं। कहा जाता है कि रुद्राक्ष के वृक्ष पर ही कई मुखी रुद्राक्ष होते हैं। यह वृक्ष पहाड़ी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। नेपाल के पहाड़ों पर आपको काफी रुद्राक्ष के पेड़ मिलेंगे। रुद्राक्ष पहनने से न केवल आपको अपने हर प्रकार के कार्य को करने के लिए अच्छी ऊर्जा मिलेगी बल्कि यह आपके मन में आने वाले बुरे विचारों को भी खत्म करता है। सावन में रुद्राक्ष धारण करने का महत्व काफी बढ़ जाता है। लेकिन कौन सा रुद्राक्ष किसे पहनना चाहिए इसको लेकर दुविधा रहती है। आइए आपको बताते हैं कि किस रुद्राक्ष का क्या महत्व है।
रुद्राक्ष के कितने होते हैं प्रकार
वैसे तो रुद्राक्ष के चौदह प्रकार होते हैं। जिन्हें एकमुखी से लेकर चौदहमुखी कहा जाता है। मुखी से तात्पर्य रुद्राक्ष की बनावट से है। उसमें जितने मुख होंगे उसे उतने ही मुखी का रुद्राक्ष कहा जाएगा। यह देवी-देवताओं के रूप माने जाते हैं। हर तरह के मुखी रुद्राक्ष की अलग-अलग बनावट होती है, वैसे ही यह अलग-अलग भगवान को समर्पित होते हैं। इसी प्रकार इन अलग-अलग मुखी से रुद्राक्ष के फल भी विभिन्न होते हैं। बताया गया है कि जहां एकमुखी रुद्राक्ष सबसे ज्यादा भाग्यशाली माना गया है क्योंकि यह भगवान शिव को समर्पित है। उसी प्रकार दोमुखी रुद्राक्ष माता गौरी और शंकर को समर्पित है। तीन मुखी को तेजोमय भी कहते हैं जो अग्नि और चारमुखी पंचदेव को समर्पित है। पंचमुखी रुद्राक्ष आसानी से मिलता है। छहमुखी कार्तिक, सातमुखी अनंत, आठमुखी गणेश, नवमुखी देवीदुर्गा, दसमुखी विष्णु, तेरहमुखी इंद्र और चौदहमुखी हनुमान को समर्पित है।
रुद्राक्ष धारण करने से बनेंगे काम
एक मुखी से चौदह मुखी : कहा जाता है कि अगर आपको एक ही माला में एकमुखी से चौदहमुखी तक के सारे रुद्राक्ष पिरोए हुए मिल जाएं तो उसे पहनने से भगवान शिव की विशेष कृपा बरसेगी। आपके सारे काम होंगे।
गौरीशंकर रुद्राक्ष : कहा जाता है कि रुद्राक्ष आपके ग्रह दोष को भी दूर करने में सहायक है। इसके लिए आप गौरी शंकर रुद्राक्ष पहने। यह आपको हर प्रकार की समस्या से बाहर निकालेगा।
गणेश और एकमुखी रुद्राक्ष : परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए या फिर किसी साक्षात्कार में पास होने के लिए आप गणेश या फिर एकमुखी रुद्राक्ष पहन सकते हैं। इसे युवाओं और विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद बताया गया है।