Wired.com में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी के बोचुम की रुहर यूनिवर्सिटी बोचुम के क्रिप्टोग्राफरों ने स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में रियल वर्ल्ड क्रिप्टो सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में बुधवार की इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि व्हाट्सऐप ऐप के सर्वर को कंट्रोल करने वाला कोई भी शख्स एडमिन की परमिशन के बिना किसी मेंबर को व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ सकता है। इसके बाद वह मेंबर ग्रुप के सारे मैसेज देख सकता है।
उन्होंने बताया कि ऐसा व्हाट्सऐप में मौजूद के बग की वजह से संभव है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रुप के एडमिन के पास ही यह अधिकार होता है कि वह ग्रुप में किसी नए मेंबर को जोड़ सके, लेकिन इसके लिए व्हाट्सऐप किसी ऑथेंटिकेशन मैकेनिज्म का यूज नहीं करता है जिसकी वजह से सर्वर कंट्रोल करके ग्रुप में किसी को जोड़ा जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने यह भी दावा किया है कि अगर अटैकर्स किसी भी तरह व्हाट्सऐप के सर्वर को कंट्रोल कर लेता है तो उसके बाद वह ग्रुप के किसी भी मैसेज को ब्लॉक भी कर सकता है। यहां तक हैकर्स यह भी तय कर सकता है कि ग्रुप में कौन मैसेज कर सकेगा और कौन नहीं।
वहीं WhatsApp के एक प्रवक्ता ने बताया कि ऐसा संभव नहीं है कि कोई भी किसी ग्रुप से जुड़ जाए। हालांकि किसी बग के कारण किसी एक ग्रुप में ऐसा हुआ होगा। कंपनी इसकी जांच कर रही है।
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