कोरोना के कारण रेलवे ने बड़े पैमाने पर रेलगाड़ियों का परिचालन ठप किया और कई सेवाएं रद्द कीं। प्लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ा दिए गए और रेलवे में खानपान सेवा पूरी तरह बंद है। लेकिन अब जब कोरोना की रफ्तार थोड़ी थमी है तो लोगों की आस एक बार फिर सेवा बहाली की ओर लगी हुई है। रेलवे की ओर से सेवाओं को बंद करने के साथ ही किराए में कुछ प्रमुख वर्गों को दी जाने वाली छूट भी बंद कर दी गई है। लेकिन पिछले दिनों संसद में सरकार ने जो जवाब दिया गया है उससे लगता है कि रेलवे में किराए को लेकर बुजुर्गों और अन्य वर्गों को मिलने वाली छूट में अभी और देर लगेगी। आइए जानते हैं इस पूरे मामले में सरकार का रुख।
आखिर क्या कहा सरकार ने संसद में
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से संसद में यह जानकारी दी गई है। मंत्री की ओर से बताया गया है कि रेलवे की ओर से वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा में जो छूट मिल रही थी उसी अभी बहाल करने का कोई इरादा नहीं है। रेल यात्रा में काफी समय से बुजुर्ग नागरिकों को छूट मिल रही थी। लेकिन अब कोरोना की बात कहकर इसे बंद कर दिया गया है। संसद में रेल मंत्री की ओर से यह जानकारी एक सवाल के जवाब में दी गई है।
आखिर कब शुरू होगी छूट
एक संसद के सवाल के जवाब में रेल मंत्री की ओरसे बताया गया कि टिकट किराए में कुछ श्रेणियों को मिलने वाली छूट को फिर से शुरू करने को लेकर अभी कोई प्रस्ताव नहीं आया है। आगे इस पर क्या रणनीति है इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया ह ै। राज्यसभा में यह प्रश्न पूछा गया था जिसका लिखित उत्तर रेल मंत्री की ओर से दिया गया है। कोविड के चलते रेलवे ने कई तरह की सेवाएं रोक दी हैं।
किन सेवाओं को रोका गया है
कोरोना महामारी के समय देश में पूर्णबंदी लगाई गई थी। पहली लहर में रेलवे ने सिर्फ मालगाड़ी चलाई बाकी यात्री गाड़ियां पूरी तरह बंद रहीं। दूसरी लहर में करीब 40 फीसद गाड़ियां शुरू की गई हैं जो स्पेशल के नाम से चल रही हैं, धीरे-धीरे यह बहाल हो रही हैं। रेलवे में बुजुर्गों को अलावा दिव्यांगों की चार श्रेणियों, रोगियों, छात्रों और अन्य को छूट मिल रही है। यह आदेश् 2020 मार्च को जारी कर अगले आदेश तक छूट बंद की गई थी। अब एक साल से ज्यादा समय हो गया है। बुजुर्गों को टिकट पर 50 फीसद की छूट मिलती थी। इसमें 60 साल के पुरुष और 58 साल की महिलाएं शाामिल थीं। कोरोना से पहले राजधानी, शताब्दी और दूरंतों के साथ मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में इन्हें छूट मिलती थी। इसके अलावा अभी ट्रेन में चादर और कंबल नहीं दिए जा रहे हैं। खानपान का शुल्क विशेष ट्रेनों में किराए के साथ वसूला जा रहा है लेकिन यह सेवा भी बंद है। प्लेटफार्म के दाम भी कुछ जगह पर अभी कम नहीं हुए हैं। अभी सभी ट्रेनों की बहाली भी नहीं की गई है।
GB Singh