गर्मी शुरू हो चुकी है। इस बार तो होली के पहले ही लोगों को गर्मी ने सताना शुरू कर दिया था। तापमान भी 34 डिग्री से ऊपर रिकार्ड किया जाने लगा है। दिल्ली में तो अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। ऐसे में घर को ठंडा रखना और आराम की दोपहर बिताना बहुत जरूरी हो गया है। ऐसे में आप कई उपाय करेंगे। कूलर लगाएंगे और एअरकंडीशन यानी एसी लगाएंगे। लेकिन बिजली बिल को भी देखना होगा। आइए बताते हैं कि इस गर्मी में किस तरह के एसी ठीक रहेंगे।
बाजार में दो तरह की एसी
बाजार में गर्मी के आते ही एसी की डिमांड बढ़ गई है। आनलाइन तो एसी बिक ही रहे हैं साथ ही आफलाइन भी बिक रहे हैं। इसमें लोगों को थोड़ी छूट भी दी जा रहाी है। बाजार में मौजूदा समय में दो तरह के एसी आपको मिल जाएंगे। एक होता है इंवर्टर वाला एसी और दूसरा नान इंवर्टर वाला एसी। दोनों ही तरह की एसी में कई तरह के फर्क भी हैं।
दोनों में कौन सा अच्छा
जहां इंवर्टर वाला एसी बिजली, वोल्टेज और करंट के अलावा फ्रिक्वेंसी को भी नियंत्रित करता है। वहीं इंवर्टर एसी को कंप्रेसर में पावर की आपूर्ति करता है और ठंड को नियंत्रित करने के साथ ही उसकी हीटिंग को भी कंट्रोल करने का काम करता है। वहीं अगर आप नान इंवर्टर एसी लेते हैं तो यह सिर्फ तापमान को ही ठीक करेगा। इसमें कंप्रेसर को बंद करने के लिए विकल्प होता है और यह कूलिंग पावर पहले से ही सेट होता है। इनमें से अगर आप सही एसी खरीदना चाहते हैं तो आप सामान्य की जगह पर इंवर्टर एसी को ले सकते हैं। यह तापमान को ठीक रखता है। अगर आप नान इंवर्टर वाले एसी लेते हैं तो आप तापमान के लिए भटकेंगे। यह एसी तापमान सेट करने के बाद भी अपने आप से थोड़ा तापमान घटाता और बढ़ाता है। इंवर्टर वाले एसी ऐसा नहीं करता है। हालांकि दोनों की कीमत में भी काफी अंतर होता है। इंवर्टर एसी में आपरेटिंग की कीमत कम आती है।
GB Singh