लखनऊ: चौक के नक्खास स्थित चिडिय़ा बाजार से शनिवार को यूपी एसटीएफ ने अलग-अलग प्रजातियों के 718 पक्षी बरामद किये। मौके से सात आरोपी भी पकड़े गये थे और उनके पास से 1.62 लाख रुपये और पांच मोबाइल फोन भी मिले थे। पकड़े गये आरोपियों के तार बिहार और कोलकता से भी जुड़े हैं।
यूपी एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की दोपहर यूपी एसटीएफ, वन विभाग और चौक पुलिस की संयुक्त टीम ने नक्खास स्थित चिडिय़ा बाजार पर छापा मारा था। एसटीएफ ने इस छापेमारी के दौरान सआदतगंज निवासी राजपति बहेलिया उसके बेटे कैलाशपति बहेलिया, श्यामधन बहेलिया, कैलाश बहेलिया, राजेन्द्र बहेलिया, कल्लू कुरैशी और ठाकुरगंज निवासी मेराज अंसारी को गिरफ्तार किया था।
जबकि मौके से सआदतगंज हनवासी रामकुमार, लाला और रामऔतार भागने में सफल रहे थे। इस छापेमारी के दौरान यूपी एसटीएफ ने 108 तोते, 325 मुनिया, 35 तीतर, 137 बटेर, 4 गौरैया, 65 जंगली कबूतर, एक महोख, एक जंगली कौवा, एक बगुला, 15 हारिल, 3 सलेहरी, एक फाख्ता, 21 टुइयां, 2 बया, 1,62170 रुपये और पांच मोबाइल फोन बरामद किया था।
सिनेबाज पक्षी की है सबसे अधिक मांग
एसटीएफ को इस बात का पता चला है कि तोतों की कई प्रजातियां जनपद खीरी, सीतापुर व शाहजहांपुर से बहेलिये इनके पास लाकर बेचते हैं। इसी तरह तीतर व बटेर भी स्थानीय बहेलिये बाजार में पहुंचाते थे। सबसे अधिक मांग का पक्षी सिनेबाज है, जिसको बांदा व चित्रकूट के जंगलों से लाया जाता था। एसटीएफ को इस बात का पता भी पता चला है कि पकड़े गये आरोपियों के सम्बन्ध पटना व कोलकाता के व्यापारियों से भी हैं, जहां ऊंचे दामों पर इन पक्षियों की सप्लाई की जाती है। पक्षियों को ट्रेन के माध्यम से बिहार और कोलकता भेजा जाता था।
पूछताछ में यह बात पता चली
एसटीएफ ने जब आरोपी कैलाशपति बहेलिया से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह अपने पिता राजपति के साथ पिछले कई वर्षों से पक्षियों का कारोबार करता है। उसके बंधे हुये बहेलिया है जो पक्षी लाकर उसको देते हैं। मांग के अनुसार बहेलिये पक्षियों को उपलब्ध कराते हैं, जिन्हें ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाता है। कैलाशपति ने बताया कि इस बाजार के सबसे पुराने व्यापारी रामऔतार व लाला हैं । रामऔतार का लड़का श्यामधन बहेलिया जो एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। रामऔतार पर पहले भी अवैध पक्षी व्यापार के सम्बन्ध में 7 मुकदमे पंजीकृत हैं। इसी तरह लाला व राजकुमार पर भी कई मुकदमे दर्ज होने की बात एसटीएफ को पता चली है।