साल 2011 में खेला गया विश्वकप भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए काफी खास रहा है। दरअसल उस वर्ष क्रिकेट विश्वकप भारत में ही आयोजित हुआ था। उस साल भारतीय टीम को विश्वकप के खिताब का प्रबल दावेदार समझा जा रहा था। दरअसल टीम का प्रदर्शन उस वक्त एक विश्वकप विजेता टीम जैसा था। उस साल के विश्वकप में भारतीय टीम ने अपना उम्दा प्रदर्शन दिखाया था। हालांकि आज हम उस साल के विश्वकप की बात नहीं करेंगे, हम जानेंगे कि उस साल भारतीय टीम का हिस्सा रहे उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जो अब भी टीम का हिस्सा हैं।
1. एस श्रीसंत
केरल के रहने वाले एस श्रीसंत उन दिनों भारतीय टीम के धुआंधार गेंदबाज रहे थे। श्रीसंत साल 2011 के विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। इन्होंने भारतीय टीम की ओर से विश्वकप के दो मुकाबलों में हिस्सा लिया पर दोनों में ही टीम को हार का सामना करना पड़ा। वहीं 2013 में वे स्पॉट फिक्सिंग के मामले में टीम से बाहर हो गए और बीसीसीआई ने उन पर प्रतिबंध भी लगा दिया। अब उन पर बीसीसीआई का बैन खत्म हो गया है पर अब भी वे भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बन पा रहे हैं। इस वजह से उन्होंने अब तक संन्यास नहीं लिया है।
2. हरभजन सिंह
2011 विश्व कप टीम का हिस्सा रहे हरभजन सिंह भारत के मुख्य स्पिनर्स के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने विश्वकप के 9 मैचों में 4.48 की इकोनॉमी से 9 विकेट झटके थे। वहीं 2016 के बाद से वे अंतरराष्ट्रीय टीम में लौटने में नाकामयाब रहे। वे आईपीएल में खेलते हुए दिखते हैं पर अब भी अंतरराष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनने की उम्मीद रखते हैं पर टीम में उनकी वापसी लगभग नामुमकिन है।
3. पीयूष चावला
भारतीय लेग स्पिनर पीयूष चावला 2011 में भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्हें विश्वकप के 3 मैचों में खेलने का मौका मिला था तब उन्होंने सिर्फ 4 विकेट ही चटकाए थे। अब वे टीम का हिस्सा नहीं हैं पर उन्होंने संन्यास भी नहीं लिया है। वे अब आईपीएल में खेलते नजर आते हैं।
4. रविचंद्रन अश्विन
2010 में अंतरराष्ट्रीय मैचों से अपने करियर की शुरुआत करने वाले तेज भारतीय गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने भी 2011 की विश्वकप टीम में खेला था। इसमें अश्विन ने दो मैच खेल कर सिर्फ 4 विकेट ही लिए। हालांकि वे भारत के प्रमुख गेंदबाजों में से हैं और आगे आने वाले कई सालों तक खेलते दिखेंगे।
5. विराट कोहली
भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान विराट कोहली 2011 में विश्वकप टीम का हिस्सा रहे थे। विराट ने उस साल के विश्वकप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने टूर्नामेंट में 9 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने एक पचासा भी लगाया था। बता दें कि उन्होंने टूर्नामेंट में 9 मैचों में खेलते हुए 282 रन बना डाले थे। इस वक्त वो भारतीय टीम का अभिन्न अंग हैं और आने वाले कई सालों तक टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे।
ऋषभ वर्मा