महिला क्रिकेट की तस्वीर बदलकर रख देने वाले इस विश्व कप का अंत ठीक वैसा ही हुआ, जिसका ये हकदार था। क्रिकेट की रिकॉर्ड बुक में सुनहरे अध्याय के रूप में दर्ज हुए इस फाइनल में सब कुछ था। दर्शकों से खचाखच भरा लॉर्ड्स का स्टेडियम, रोमांच के चरम तक पहुंचा मुकाबला और अकल्पनीय उतार-चढ़ाव। इस अविस्मरणीय मैच की भागीदार बनने के बाद भारत-इंग्लैंड की टीमें जब लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान से बाहर निकलीं तो एक के हाथ में चमचमाती ट्रॉफी थी, वहीं दूसरी की किस्मत में मंजिल के बेहद करीब पहुंचकर ठिठकने की मायूसी। आखिर, मेजबान इंग्लैंड ने महज 9 रन से जीत दर्ज कर भारत का पहली बार विश्व विजेता बनने का सुनहरा सपना चकनाचूर कर दिया।काबुल में हुए कार बम धमाके में 24 लोगों की मौत, 42 घायल
मेजबान इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेले गए विश्वकप के फाइनल मुकाबले में 9 रन से मात देकर चौथी बार विश्वकप खिताब हासिल किया। एक समय जीत की तरफ आसानी से पहुंचती दिख रही टीम इंडिया ने 191 रन पर चौथा विकेट गंवाया इसके बाद जैसे विकेटों की झड़ी लग गई और टीम इंडिया 48.4 ओवर में 219 रन पर ढेर हो गई। तेज गेंदबाज श्रबसोल ने 46 रन देकर टीम इंडिया के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन वापस भेजकर टीम इंडिया की हार सुनिश्चित कर दी। भारतीय टीम ने 28 रन के अंतर पर 7 विकेट गंवा दिए। श्रबसोल को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
जीत के लिए 229 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। स्मृति मंधाना खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गईं। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आऊ कप्तान मिताली राज 17 रन बनाकर रन आउट हो गईं। मिताली के आउट होने के बाद सेमीफाइनल की स्टार रहीं हरमनप्रीत कौर और ओपनर पूनम राउत ने भारतीय पारी को संभाला दोनों ने अपना-अपना अर्धशतक पूरा किया। 138 के स्कोर पर भारत ने हरमनप्रीत के रूप में तीसरा विकेट गंवाया। हरमन के आउट होने के बाद पूनम राउत ने एक छोर संभाले रखा। उन्होंने वेदा कृष्णमूर्ति के साथ मिलकर स्कोर को 191 रन पर पहुंचाया। लेकिन इसके बाद श्रबसोल की गेंदों के सामना नहीं कर सकी और पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। अंत में कोई भी भारतीय बल्लेबाज संघर्ष नहीं कर सका। जब तक दीप्ति शर्मा मैदान पर थीं तब तक जीत की आशा जीवित थी। लेकिन उनके आउट होते ही टीम इंडिया के अरमानों पर पानी फिर गया और इंग्लैंड ने 9 रन के अंतर से खिताब अपने नाम कर लिया। पूनम राउत भारत की सबसे सफल बल्लेबाज रहीं उन्होंने 115 गेंद में 86 रन बनाए। हरमनप्रीत कौर ने 80 गेंद में 51 रन बनाए।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत सधी हुई रही। 12 वें ओवर में 47 के स्कोर पर इंग्लैंड ने पहला विकेट गंवाया। इसके बाद इंग्लिश टीम ने जल्दी-जल्दी दो विकेट गंवाए। लेकिन चौथे विकेट के लिए सारा टेलर और स्कीवर की जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए 83 रन जोड़े और इंग्लैंड को 100 रन के पार पहुंचाया। हालांकि लगातार अंतराल पर विकेट गंवाने के कारण इंग्लैंड की रन गति को ज्यादा नहीं बढ़ा सका। झूलन गोस्वामी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। उन्होंने मध्यम क्रम में बड़े विकेट हासिल कर इंग्लैंड को 250 से ज्यादा रन तक पहुंचने से रोक दिया।
12वें ओवर की पहली गेंद पर विनफील्ड गायकवाड़ की गेंद पर गच्चा खाकर बोल्ड हो गईंं। उन्होंने 24 रन बनाए। भारतीय टीम को दूसरी सफलता के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा। 15वें ओवर में पूनम यादव की गेंद पर बीमोंट लॉफ्टेड शॉट खेलने की कोशिश में बाउंड्री पर झूलन गोस्वामी को कैैच दे बैठीं। बीमोंट ने 23 रन बनाए। दो विकेट जल्दी-जल्दी गंवाने के बाद बल्लेबाजी के लिए आई इंग्लैंड की कप्तान हीदर नाइट ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं रह सकीं। 17वें ओवर की पहली गेंद पर पूनम यादव ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन वापस भेज दिया। हालांकि फील्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया था लेकिन रिव्यू में तीसरे अंपायर ने उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। वह 7 गेंद में केवल 1 रन बना सकीं।
इंग्लैंड को शुरुआती झटकों से उबारने में जुटी सारा टेलर और स्कीवर की जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए 83 रन जोड़े। 33वें ओवर में कप्तान मिताली ने एक बार फिर झूलन गोस्वामी के हाथों में गेंद सौंपी। झूलन ने कप्तान को निराश नहीं किया और टीम इंडिया को ओवर की चौथी और पांचवीं गेंद पर दोहरी सफलता दिला दी। पहले सारा टेलर को विकेट कीपर सुषमा के हाथों कैच कराकर चौथे विकेट की साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद अगली गेंद पर शानदार यॉर्कर पर फ्रैन विल्सन को पहली ही गेंद पर खाता खोले बगैर पवेलियन भेज दिया। इसके साथ ही टीम इंडिया ने मैच में शानदार वापसी की। सारा टेलर अर्धशतक से चूक गईं। टेलर ने 62 गेंद में 45 रन बनाए। झूलन ने अपनी गेंदों से कहर बरपाना इसके बाद भी जारी रहा। अपने 9वें ओवर की पहली गेंद पर उन्होंने अर्धशतक जड़ने वाली स्कीवर को बड़ी पारी खेलने से रोक दिया। स्कीवर 51 रन बनाने के बाद झूलन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं। इंग्लैंड को बड़े स्कोर की तरफ पहुंचाने की कोशिश कर रही कैथरीन ब्रंट 46वें ओवर की आखिरी गेंद पर दीप्ति शर्मा के शानदार डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट हो गईं। ब्रंट ने 34 रन बनाए। अंत में इंग्लैंड ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 228 रन बनाए। जेनी गन 25 और लौरा मार्श 14 रन बनाकर नाबाद रहीं।
झूलन गोस्वामी टीम इंडिया की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज रहीं। उन्होंने 10 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। झूलन ने सारा टेलर, नताली स्कीवर और फ्रैन विल्सन का को आउट कर इंग्लैंड के मध्यम क्रम की कमर तोड़ दी और टीम इंडिया की मैच में वापसी करा दी। उनके अलावा पूनम यादव ने 36 रन पर 2 विकेट और राजेश्वरी गायकवाड़ ने 49 रन पर 1 विकेट हासिल किया।