साल का हर महीना अपना एक महत्व रखता है और हर महीने में कुछ ना कुछ खास होता है प्रत्येक मास में कई बड़े त्यौहार होते हैं और इन त्योहारों को भारतवर्ष में बेहद महत्वपूर्ण माना गया है और अहम दर्जा दिया गया है इसके साथ ही यहां पर अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं अलग-अलग संस्कृति के रहते हैं ।
हिंदू धर्म में बात करें तो यहां पर व्रत त्योहार पूरे विधि और विधान के साथ मनाए जाते हैं और यही नहीं आस-पड़ोस के लोगों को भी अपनी खुशियों में शरीक किया जाता है बात करेंगे 2021 के साल की।
साल 2021 का मई का महीना समाप्त होने को है और जून का महीना शुरू होने वाला है और हिंदू पंचांग की बात करें तो इस महीने कई पर्व और त्यौहार होने वाले हैं।
साल का होगा पहला ग्रहण
जून का महीना लगते ही त्योहारों की झड़ी लग जाएगी। आपको बता दें कि साल 2021 में कुल 2 सूर्य ग्रहण पड़ने वाले हैं और पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को पड़ेगा इसका असर रूस यूरोप कनाडा ग्रीनलैंड एशिया के कुछ हिस्सों में देखा जा सकता है इसके साथ ही अमेरिका में भी इसे देखा जा सकता है। आमतौर पर ग्रहण शुरू होने से पहले ही 24 घंटे के पहले 12 घंटे से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है लेकिन खगोल शास्त्री कहते हैं कि भारत में यह ग्रहण आंशिक रूप से देख भी सकता है और नहीं भी देख सकता है जिससे कि भारत में सूतक काले मान्य नहीं होगा।
ज्येष्ठ मास का महत्व
हिंदू कैलेंडर के अनुसार जेठ महीना साल का तीसरा महीना होता है और यह महीना 27 मई से शुरू हो चुका है और 25 जून तक यह महीना चलेगा। इस महीने में जल दान करना शुभ माना गया है इसके साथ ही देश के के महीने को सूर्य की जेष्ठता रहती है और धार्मिक बात करें तो मान्यताओं के अनुसार जून के महीने आने के जेष्ठ के महीने में सूर्य देव को अर्घ्य देने से और उनकी पूजा-अर्चना करने से बेहद शुभ कार्य फल प्राप्त होता है।
कुछ चीजों को करें परहेज
हालांकि इस महीने सूर्यदेव का रूप बहुत रौद्र होता है ऐसे में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आती हैं जैसे की पाचन क्रिया हमारी प्रभावित हो सकती है इसके लिए लाल मिर्च को खाने से बचें और मसाले युक्त खाद्य पदार्थों का प्रयोग बिल्कुल भी ना करें वही रात को भारी खाना ना खाएं और दोपहर को यात्रा करने से बचें।