पिछले काफी समय से दुर्दिन देख रहा यस बैंक अब थोड़ा संभलता दिख रहा है। निवेशकों को काफी हद तक निराश कर चुका बैंक अब फिर से आगे बढ़ता हुआ दिख रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक के कारोबार में काफी अच्छी प्रगति देखने को मिली है। इससे एक उम्मीद की किरण दिखी है। लेकिन उसके निवेशकों का क्या होगा। उनको फायदा कितना मिल पाएगा। यह देखना अभी बाकी है। आइए जानते हैं।
कितना हुआ बैंक को लाभ
बैंक में लाभ से एक नई आशा की किरण दिखी है। उसके जमा और एडवांस में काफी अच्छी बढ़ोतरी हुई है। वहीं बैंक में जो कर्ज फंसा हुआ है उसकी हिस्सेदारी भी घट गई है। यह 5.9 फीसद से 4.5 फीसद पर आ गई है जो बड़ी बात है। वहीं इसके परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी अच्छा काम दिखा है। मार्च 2022 में बैंक का एनपीए उसके सकल अग्रिमों का 13.9 फीसद रहा। जबकि यह पिछले साल करीब 15.4 फीसद था। यानी उसका एनपीए भी घटा है। बैंक की ओर से चौधी तिमाही में नतीजे जारी किए गए हैं उससे पता चला है कि 2021-22 में बैंक ने 1066 करोड़ रुपए का लाभ कमाया है। बैंक की ओर से बताया गया है कि अब वह लाभ में आ रहा है।
काफी हुआ घाटा, निवेशकों पर टूटा पहाड़
बैंक ने 2020-21 में 3462 करोड़ रुपए का घाटा सहा था। इससे पहले 2019-20 में 22 हाजर 715 करोड़ रुपए का घाटा हो चुका है। इससे कंपनी में निवेश करने वाले लोगों के ऊपर पहाड़ टूट गया। शेयर के दाम भी इतने नीचे गिरे कि लोग भी अर्श से फर्श पर आ गए। मौजूदा समय में यस बैंक का शेयर प्राइस 13 .65 पर चल रहा है। यह पिछले कुछ दिनों में सुधरा है, जबकि इससे पहले यह दस से नीचे चल रहा था। कभी 80 से 100 के ऊपर जाने वाला यस बैंक आज 20 रुपए से नीचे ही है और यहां से उठने में उसको काफी मेहनत करनी पड़ रही है। जानकारों की मानें तो आने वाले समय में अगर बैंक की ओर से प्रदर्शन अच्छा जारी रहता है तो इसके पुराने निवेशक लौट सकते हैं, वैसे इसके दीवालिया होने की आशंका से काफी लोग पीछे हट गए थे।
GB Singh