सोशल मीडिया पर न जाने क्या-क्या तो होता रहता है। अब जिंबाब्वे के एक खिलाड़ी की गरीबी की दास्तान सामने आई है। दरअसल जिंबाब्वे का ये खिलाड़ी फटे जूते पहनने पर मजबूर हो गया है। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि जिंबाब्वे टीम के बल्लेबाज रायन बर्ल हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने फटे हुए जूतों की तस्वीर साझा की ताकि अपनी खस्ताहाल स्थिति के बारे में सबको बता सकें। इस पर जिस कंपनी का जूता था उसने बर्ल से एक वादा भी कर डाला है।
जानें शू निर्माता कंपनी ने बर्ल से आखिर क्या वादा किया
बता दें कि रायन बर्ल के वो फटे जूते प्यूमा कंपनी के थे। प्यूमा कंपनी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से राॅयन के जूते वाले पोस्ट पर रिप्लाई किया गया है। कंपनी ने राॅयन को फटे जूते की बात कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल राॅयन बर्ल ने ट्वीट करके एक बेहद वैलिड सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट करके पूछा है, ‘क्या हमारी टीम को कोई प्रायोजक मिल सकता है जिससे की हमें ये फटे जूते बार-बार चिपकाकर मैच के दौरान काम न चलाना पड़े।’ बर्ल के इस ट्वीट पर प्यूमा कंपनी ने प्रतिक्रिया देते हुए रिप्लाई किया, ‘अब समय आ गया है कि आप अपने जूते चिपकाने वाले गोंद को फेंक दें क्योंकि अब हम आपकी मदद को तैयार हैं।’
कौन हैं राॅयन बर्ल
राॅयन बर्ल इस वक्त सिर्फ 27 साल के क्रिकेट प्लेयर हैं जो जिंबाब्वे की टीम का हिस्सा हैं। बर्ल बाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज हैं जिन्होंने जिंबाब्वे की ओर से 3 टेस्ट मैच खेले हैं। बर्ल ने टीम की ओर से 18 वनडे मैच व 25 टी20 मैच मुकाबले भी खेले हैं। बता दें कि उन्होंने अपने फटे हुए जूते की तस्वीर इसलिए डाली थी ताकि उसे ठीक करने के लिए कुछ सामान की डिमांड कर सकें। बता दें कि साल 1983 के विश्वकप से पहले जिंबाब्वे को सिर्फ वनडे टीम का ही दर्जा प्राप्त था। हालांकि बाद में टीम को साल 1992 के बाद टेस्ट मैच टीम का भी दर्जा दिया गया था। फिर भी टीम अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूती को लेकर जूझ ही रही है। मालूम हो कि एंडी फ्लावर, ग्रांट फ्लावर, एलिस्टेयर कैंपबेल, डेव हॉटन, हीथ स्ट्रीक और नील जॉनसन जैसे कई खिलाड़ी टीम को इस मुकाम तक पहुंचाने में सहायक रहे हैं। इन सभी खिलाड़ियों ने मिल कर जिंबाब्वे की टीम को इतनी आगे तक बढ़ाया है। मालूम हो कि 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने देश के क्रिकेट बोर्ड को स्थगित कर दिया था। वहीं इस टीम को बीते साल टी20 विश्वकप में क्वालीफायर तक में हिस्सा नहीं लेने दिया गया। हालांकि बाद में जिंबाब्वे की टीम को बहाल कर दिया गया।
ऋषभ वर्मा