तोता को पक्षियों का पंडित कहा गया है। यह लोगों की आवाज नकल करने में सबसे माहीर चिड़िया है। यही वजह है कि लोग इसे अपने घरों में पालते हैं। पर ज्योतिष की माने तो कुंडली के योग देखकर ही तोता पालना चाहिए। वरना इसको पालने से हानी भी हो सकती है। यदि किसी की कुंडली में तोता पालने के योग नहीं है और वह तोता पालता है तो यह बर्बादी का कारण बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि तोता पालने से पहले आप किसी ज्योतिषाचार्य की सलाह लें।
ऐसा कहा जाता है कि यदि पाला गया तोता खुश नहीं है तो वह अपने मालिकों को श्राप देता है। शास्त्रों के अनुसार किसी जीव या पक्षी को बंधक बनाकर रखना पाप माना गया है।
यदि किसी के घर में लड़ाई-झगड़े और गाली-गलौज का माहौल रहता है तो तोता उनके शब्दों को सुनता है और फिर उन्हें दोहराता है। ऐसे में कई बार राज की बात भी लोगों के सामने आ जाती है। इससे घर के सदस्यों में मनमोटाव हो जाता है। ऐसी स्थिति में घर में नकारात्मक उर्जा का संचार होता है, जिसे अशुभ माना गया है।
इसलिए घर में यदि आप तोता पाले हैं तो उसके सामने कभी भी आपस में राज की बात न करें। नहीं तो वह सबके सामने बोल देगा। क्योंकि उसे आवाज नकल करने की आदत होती है। वहीं तोते के सामने भूलकर भी झगड़ा नहीं करे।