शाम को करें आराम-
आपके रात में सोने का जो भी वक्त हो उससे एक या दो घंटे पहले आप अपने कमरे की बत्तियां बंद करके आराम से मंद रोशनी में हल्का म्यूजिक सुने. इसके साथ ही सोचें. दिनभर में आपके साथ क्या हुआ, क्या नहीं. आपने अपना कितना समय इस्तेमाल किया. जब आप खुद के बारे में ये सब सोचेंगे तो आपका तनाव कम होगा और आप रिलैक्स हो जाएंगे. इसके बाद आप देखिए कितनी बेहतर नींद आपको आती है.
कम करें कैफीन का सेवन-
कैफीन का मतलब ये नहीं कि आप सिर्फ कॉफी का ही सेवन करें. कैफीन का अधिक सेवन किसी भी रूप में हानिकारक होता है. क्या आप जानते हैं कैफीन लेने के बाद ये 8 से 12 घंटे तक आपके शरीर में रहती है. यूं तो कैफीन की मात्रा हर व्यक्ति के लिए अलग हो सकती है लेकिन अगर आप नींद ना आने की समस्या से जूझ रहे हैं तो कम से कम एक महीने तक कैफीन का सेवन बिल्कुल ना करें. इसके बजाय आप हर्बल टी, हर्बल कॉफी या पानी का सेवन करें.
इन खाद्य पदार्थों का करें सेवन-
सोने से पहले उन खाद्य पदार्थों का सेवन करें जिसमें ना सिर्फ पोषक तत्व होते हैं बल्कि जिनको खाने से रात में नींद भी आती है. आप रात में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स की अधिकता वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं. नारियल का दूध, सीताफल के भुने हुए बीज, ताजा चेरी और दही जैसी चीजें रात में खाने से फायदा होगा.
सोने का समय बनाएं-
अगर आपको देर रात तक सोने की आदत है तो अपनी इस आदत को बदलें. आप रात को 10 से 10.30 बजे तक कमरे की बत्तियां बंद कर दें. फिर चाहे आपको नींद आए या नहीं.
अनुलोम-विलोम प्राणायाम-
कई बार स्लीप एप्निया जैसी समस्याएं होने पर भी नींद नहीं आती. यदि आपके साथ भी ऐसा है तो आपको अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना चाहिए.