बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष भारत से लंदन, सिंगापुर, सिडनी, कुआलालंपुर जैसे विदेशी स्थलों के लिए हवाई सफर के किराए की कीमत में कमी आई है, जिसके चलते हवाई किराया काफी सस्ता हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय मार्गो पर क्षमता बढ़ोतरी के बीच हवाई किराये की दरें 28 फीसद तक कम हुई हैं। ब्रसेल्स एयरलाइंस सहित विदेशी वाहकों के प्रवेश ने भी 2016 के मुकाबले इस साल अप्रैल में एयरलाइंस को टिकट के दाम कम रखने पर बाध्य किया। टूर एंड ट्रैवल फर्म कॉक्स एंड किंग्स के अध्ययन में यह बात कही गई है।
दिल्ली-लंदन यात्र के लिए हवाई किराये इस साल अप्रैल में 19 फीसद घटकर 31,800 रुपये रह गए। जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में यह किराया 39,497 रुपये था। इसी तरह नई दिल्ली से सिंगापुर के लिए भी हवाई किराया इस साल अप्रैल में 22 फीसद घटकर 22,715 रुपये पर आ गया। यह अप्रैल, 2016 में 29,069 रुपये था। कॉक्स एंड किंग्स में बिजनेस ट्रैवल के प्रमुख जॉन नायर ने कहा कि अध्ययन से संकेत मिलता है कि पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में इस साल हवाई किराया सस्ता रहा है।
जानकारी के अनुसार, मुंबई-कुआलालंपुर के लिए टिकट के दामों में सबसे ज्यादा गिरावट आई। इस रूट का किराया 28 फीसद घटकर 20,377 रुपये रह गया। यह पहले 28,342 रुपये था। मुंबई से सिडनी के टिकट के दाम 16 फीसद कम होकर 60,345 रुपये पर आ गए, जो पहले 72,169 रुपये थे।
एयर इंडिया चालू वित्त वर्ष तक बचे हुए एयरबस क्लासिक ए320 विमानों को चरणबद्ध तरीके से निकालने का काम पूरा कर लेगी। एयर इंडिया के सीएमडी अश्वनी लोहानी ने बताया कि एयरलाइन अपने बेड़े से नौ ए320 विमानों को पहले ही विदा कर चुकी है। शेष छह विमानों को अगले साल मार्च तक सेवा से बाहर कर देने का इरादा बनाया है।
साथ ही नो फ्रिल एयरलाइन स्पाइसजेट ने घरेलू मार्गो पर 19 सहित 22 नई उड़ानें जोड़ी हैं। समर शेड्यूल की शुरुआत के साथ एयरलाइन अपने परिचालन को 360 औसत दैनिक उड़ानों तक बढ़ाएगी। यह शेड्यूल 26 मार्च से 28 अक्टूबर तक के लिए है।