लीबिया के एक वाणिज्यिक विमान का शुक्रवार को अपहरण कर माल्टा ले गए दो अपहरणकर्ताओं ने लंबी बातचीत के बाद सरेंडर कर दिया। इससे पहले उन्होंने हथगोलों से विस्फोट कर विमान को उड़ाने की धमकी दी थी। माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट ने बताया कि सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को रिहा करने के बाद अपहरणकर्ता विमान से बाहर आ गए और सरेंडर कर दिया। अपहरणकर्ताओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
लीबिया के विदेश मंत्री ताहिर सिएला ने कहा है कि दोनों अपहर्ता मारे गए तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी के समर्थक हैं और उन्होंने माल्टा में राजनीतिक शरण हासिल करने के लिए विमान का अपहरण किया था। ताहिर ने कहा कि अपहर्ताओं ने कहा है कि वे गद्दाफी समर्थकों की राजनीतिक पार्टी बनाना चाहते थे। इससे पहले अपहर्ता विमान को हथगोले से विस्फोट कर उड़ाने की धमकी देकर माल्टा ले गए थे।
विमान पूर्वाह्न 11 बजकर 32 मिनट पर माल्टा एयरपोर्ट पर उतरा था। अफ्रीकियाह एयरवेज का एयरबस ए-320 शुक्रवार को साबहा से राजधानी त्रिपोली जा रहा था, तभी उसे हाईजैक कर लिया गया था।
विमान पूर्वाह्न 11 बजकर 32 मिनट पर माल्टा एयरपोर्ट पर उतरा था। अफ्रीकियाह एयरवेज का एयरबस ए-320 शुक्रवार को साबहा से राजधानी त्रिपोली जा रहा था, तभी उसे हाईजैक कर लिया गया था।
विमान में चालक दल के सदस्यों समेत कुल 118 लोग सवार थे। माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट के अनुसार विमान में सवार लोगों में 111 यात्री थे। इनमें 82 पुरुष, 28 महिलाएं और एक बच्चा भी था।
विमान के माल्टा में उतरने के बाद वहां के सरकारी टीवी चैनल टीवीएम ने भी बताया था कि अपहरणकर्ताओं के पास हथगोले थे और उन्होंने विमान में विस्फोट करने की धमकी दी थी। इसके मद्देनजर माल्टा के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने वाली सभी उड़ानों के मार्ग परिवर्तित कर दिए गए थे। इसके बाद तनावपूर्ण स्थिति में अपहर्ताओं से वार्ता शुरू हुई और उन्होंने महिलाओं और बच्चों को रिहा कर दिया। इसके कुछ ही मिनट बाद एक दर्जन से अधिक पुरुष यात्रियों विमान से बाहर निकले।
विमान के माल्टा में उतरने के बाद वहां के सरकारी टीवी चैनल टीवीएम ने भी बताया था कि अपहरणकर्ताओं के पास हथगोले थे और उन्होंने विमान में विस्फोट करने की धमकी दी थी। इसके मद्देनजर माल्टा के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने वाली सभी उड़ानों के मार्ग परिवर्तित कर दिए गए थे। इसके बाद तनावपूर्ण स्थिति में अपहर्ताओं से वार्ता शुरू हुई और उन्होंने महिलाओं और बच्चों को रिहा कर दिया। इसके कुछ ही मिनट बाद एक दर्जन से अधिक पुरुष यात्रियों विमान से बाहर निकले।
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कुछ देर बाद अपहर्ताओं ने सभी यात्रियों को मुक्त कर दिया है और खुद विमान से बाहर आकर सरेंडर कर दिया। अपहर्ताओं से बातचीत की जिम्मेदारी माल्टा की सेना को सौंपी गई थी। माल्टा के पीएम कार्यालय के अनुसार अपहर्ताओं के सरेंडर करने के बाद मस्कट ने लीबिया के नामित प्रधानमंत्री फायेज-अल-सराज से बातचीत की और उन्हें सभी यात्रियों के सुरक्षित होने की जानकारी दी।