पूर्वी अफगानिस्तान में एक शिया मस्जिद के भीतर आज जुमे की नमाज के दौरान नमाजियों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला किया गया जिसमें कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई और 80 से ज्यादा लोग घायल हो गए. हमलावर बुर्का पहने हुए था. अधिकारियों ने कहा कि उन्हें आशंका है कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाकर किए गए हमले में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है.
पाकिस्तान की सीमा से लगे पक्तिया प्रांत के गर्वनर के प्रवक्ता ने कहा कि गारदेज शहर के ख्वाजा हसन इलाके में जुमे की नमाज के दौरान दो आत्मघाती बम धमाके हुए. उन्होंने बताया कि 29 लोगों की मौत हुई है और 81 अन्य लोग घायल हुए हैं. पीड़ितों में बच्चे भी शामिल हैं. प्रवक्ता ने कहा कि हमलावरों ने ‘महिलाओं के कपड़े’ पहने हुए थे और उन लोगों ने पहले मस्जिद के सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां बरसायीं और फिर नमाजियों को निशाना बनाया. इसके बाद उन्होंने खुद को उड़ा लिया.
प्रांतीय पुलिस प्रमुख जनरल राज मोहम्मद मानदोजई ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि अपने विस्फोटकों एवं हथियारों को छिपाने के लिए दोनों बुर्का पहने हुए थे. तत्काल किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन तालिबान ने अपनी संलिप्तता से इंकार किया है