भागती-दौड़ती जिंदगी में सब अपने काम में इतने व्यस्त हो जाते है कि सेहत का ध्यान ही नहीं रहता। ऑफिस जाने से पहले हम ढ़ंग से नास्ता नहीं कर पाते। अगर कहें कि ऑफिस से आने के बाद ढ़ंग से खा लें तो ये भी मुमकिन नहीं हो पाता। इन सबसे ऊपर उठ कर बात करें तो सेहत पर ध्यान देने के लिए हमें स्वाद को नजरअंदाज करना पड़ता है। अगर हम छसायटिंग पर हो तो सोच समझकर खाना पड़ता है।
शेषज्ञों ने किया बड़ा खुलासा लिवर फेल कर सकती हैं पीलिया की दवाएं
हम आपके लिए ऐसी डिश लेकर आए हैं जिसे आप जब चाहें तब खा सकते है। इसे आप नाश्ते में भी खा सकते हैं। साथ ही इसे आप शाम या रात में खाना चाहें तब भी खा सकते हैं। इसमें सेहत के साथ स्वाद भी भरा हुआ है। इतना ही नहीं अगर आप डायटिंग पर हैं तब भी इसे खा सकते है।
इसमें मौजूद अमीनो एसिड आपके लिए फायदेमंद होता है। इसे खाने से आपके शरीर को डायरेक्ट प्रोटीन मलता है। इसमें लो कैलोरी होती है तो अपको चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसमें कार्बोहाइड्रेट अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
आज हम आपको सिखाएंगे टमाटर का डोसा बनाना। इसकी खूबियां तो हमने आपको बता ही दी अब बताते है इसे बनाने की विधि-
- चावल – 1 कप
- मेथी – 1/4 छोटा चम्मच
- उरद दाल – 1/4 कप
- टमाटर – 4
- हरी मिर्च – 2
- जीरा – 1/2 छोटा चम्मच
- तेल – आवश्यकता अनुसार
- नमक – स्वादानुसार
बड़ा खुलासा : जितना मसालेदार खाएंगे उतनी ही लंबी उम्र पाएंगे
डोसा बनाने की विधि
- तीन से चार घण्टे के लिए चावल, ऊरद दाल और मेथी भिगो दें।
- अच्छी तरह भीग जाने पर इसे मिक्सी या सिल में बारीक पीस लें।
- टमाटर और हरी मिर्च को बड़े टुकड़ो में काट लें।
- एक बर्तन में तेल गरम करें। उसमे जीरा, हरी मिर्च, टमाटर डालकर हल्का गुलाबी होने तक भूनें।
- अब इसे ठंडा करके पीस लें।
- डोसे के बैटर में नमक और पिसा हुआ टमाटर-मिर्ची का पेस्ट डाल कर अच्छे से मिला दें। दस मिनट के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें।
- एक सपाट तवा गैस पर रखकर गरम करें।
- गरम होने पर इसमें चरों तरफ तेल डालें।
- इसपर डोसे के बैटर को गोल घुमाते हुए फैलाएं।
- सेंकते समय ध्यान दें कच्चा न रह जाए।
- तैयार है टमाटर का डोसा।
- मूंगफली-नारियल की चटनी और सांभर के साथ आप इसके मजे ले सकते हैं।