शिक्षा मित्र नूर हसन ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिख कर समायोजन बहाल कर नियुक्ति देने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, ऐसे ही पत्र भेजता रहूंगा। नूर हसन इससे पहले राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी खून से पत्र लिख चुके हैं
बताते चलें कि अपनी मांगों को लेकर सैकड़ों की संख्या में शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला मैदान में बीते चार दिन से धरना दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द किये जाने के विरोध में बीती 29 मार्च से अपग्रेड पैराटीचर्स एसोसिएशन के आवाहन पर काफी तादात में शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला मैदान में धरना दे रहे हैं।
मांगों पर कोई सुनवाई न होने से नाराज कुशीनगर से आये शिक्षा मित्र नूर हसन ने अपने खून से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिख कर शिक्षा मित्रों की समस्याओं को दूर करने की मांग की। शिक्षा मित्रों की अगुवाई कर रहीं संगठन की अध्यक्ष उमा देवी ने कहा कि बीती सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिक्षा मित्रों का समायोजन रदद करने के आदेश ने प्रदेश के एक लाख 24 हजार शिक्षा मित्रों के सामने रोजगार का संकट खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा प्रदेश सरकारों की खामियों का परिणाम शिक्षामित्रों को नौकरी गवां कर भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने पैराटीचर्स को 38 हजार 878 रूपये प्रतिमाह 12 महीनों तक वेतन देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि शिक्षा मित्रों की नौकरी 62 वर्ष तक सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि समायोजन रदद होने के बाद तमाम शिक्षा मित्र सदमा बर्दाश्त नही कर सके और उनकी मौत हो गई। सरकार मृतक आश्रित परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया कराये।
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
						
					 
						
					