Google ने इस बार खुद जीमेल के बार में खुलासा करते हुए बताया है कि आखिर हैकर्स कैसे किसी किसी जीमेल के अकाउंट में सेंध लगाते हैं। कंपनी ने इसके लिए उन सभी संभव तरीकों पर स्टडी की है जिनके जरिए हैकर्स यूजर के अकाउंट में पहुंचते हैं।
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गूगल की यह 12 महीने में कई लाख जीमेल अकाउंट्स पर रिसर्च के बाद रिलीज हुई है। स्टडी में पता चला कि 7,88,000 लॉगिन पासवर्ड उसी समय चोरी हुए जिस समय आपने अपने मोबाइल या डेस्कटॉप पर जीमेल का लॉगिन डिटेल डाला। वहीं 120 लाख अकाउंट्स पिशिंग मेल के जरिए फर्जी तरीके से यूजर्स की डिटेल मांगकर हैक हुए और 330 करोड़ अकाउंट्स में थर्ड पार्टी के जरिए सेंध लगाई गई।
कंपनी के एक बयान के मुताबिक 12-25 फीसदी अकाउंट्स के वैध पासवर्ड का पता पिशिंग और की-लॉगर (पासवर्ड उसी समय चोरी हुए जिस समय आपने अपने मोबाइल या डेस्कटॉप पर जीमेल का लॉगिन डिटेल डाला) के जरिए चला
वहीं इस साल हैकर्स ने फोन नंबर, IP एड्रेस, डिवाइस टाइप और लोकेशन के जरिए अकाउंट्स में सेंध लगाए। गूगल ने यह रिसर्च UC Berkeley की टीम के साथ की। ये आंकड़े मार्च 2016 से मार्च 2017 के बीच के हैं।
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