आम आदमी पार्टी को आयकर विभाग ने कारण बताओ नोटिस भेजा है. आयकर विभाग ने ‘आप’ से पूछा है कि 30.67 करोड़ रुपये आपसे क्यों ना वसूले जाएं. आयकर विभाग के नोटिस पर आप ने कहा है कि हमारा चंदा पवित्र है और ये शत्रुतापूर्ण कार्रवाई है.Miss Universe : मिस यूनिवर्स खिताब से चूका भारत, साउथ अफ्रीका को मिला यह खिताब!
आपको बता दें कि आयकर विभाग का ये नोटिस साल 2014-15 के दौरान पार्टी द्वारा लिए गए चंदे के लिए आया है. इसमें अप्रैल 2014 के दौरान 2 करोड़ रुपये का चंदा भी शामिल है जिस पर काफी लंबे समय से विवाद है. इससे पहले आयकर विभाग ने इस साल मई महीने में भी आप को नोटिस भेजकर पूछा था कि बही खाते में कथित जालसाजी और उसको मिले चंदे पर जानबूझ कर टैक्स चुकाने से बचने की कोशिश के लिए उस पर मुकदमा क्यों नहीं चलाना चाहिए.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दीपक बाजपाई ने से खास बातचीत में कहा, “आयकर का ये नोटिस बोगस और आधारहीन है. गुजरात चुनाव से पहले हमें इस तरह के कदम का इंतजार था. हमारा चंदा पूरी तरह पारदर्शी है और पहली बार किसी पार्टी के चंदे को गैरकानूनी ठहराया गया है.”
आपको बता दें कि आयकर विभाग ने 7 दिसंबर को पार्टी से पक्ष रखने को कहा है. आयकर विभाग के नोटिस में आम आदमी पार्टी पर चंदा नियमों के अनुकूल ना होने का आरोप लगाया है.
AAP पर हैं ये आरोप
इनकम टैक्स विभाग ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने साल 2014-15 के दौरान चंदे की जानकारी छुपाई है. आरोप हैं…
1. आम आदमी पार्टी ने अपने खाते में 13.16 करोड़ रुपये के चंदे की जानकारी नहीं लिखी.
2. आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग को दी चंदे की जानकारी में 461 दान देने वालों के नाम और पते की जानकारी नहीं दी जिन्होंने 6.26 करोड़ रुपये दिए.
3. जांच के दौरान पता चला कि AAP ने 36.95 करोड़ रुपये के चंदे की जानकारी वेबसाइट पर नहीं दी और पकड़े जाने पर वेबसाइट से सारी डिटेल हटा ली.
4. AAP ने 29.13 करोड़ रुपये का चंदा चुनाव आयोग को नहीं बताया.
5. AAP ने हवाला ऑपरेटर से 2 करोड़ रुपये का चंदा लिया.
6. AAP ने जांच भटकाने की कोशिश की जबकि उनको अपनी सफाई पेश करने के लिए 34 मौके दिए गए.
दीपक बाजपेयी ने इस मुद्दे पर से खास बातचीत में अपने चंदे को पवित्र बताया. दीपक बाजपेयी ने बताया कि इनकम टैक्स के नोटिस पर आम आदमी पार्टी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बाजपेयी ने कहा, “स्वतंत्र भारत में पहली बार किसी राजनीतिक दल के चंदे को गैर कानूनी ठहराया गया है और उस पर टैक्स की डिमांड की गई है. आम आदमी पार्टी ने एक एक पैसे का हिसाब आम रखा है. पार्टी के फंड को गैर कानूनी बताना गलत है.”
नोटिस की कॉपी दिखाने के सवाल पर बाजपेयी ने कहा, “यह सही नहीं होगा कि इनकम टैक्स के नोटिस पर चर्चा हो. इनकम टैक्स का यह ऑर्डर बोगस है और आम आदमी पार्टी को न्याय व्यवस्था पर भरोसा है. आम आदमी पार्टी का आंदोलन एक गुलाब है, इसे जितना कलम कोय जाएगा उतना ही फैलेगा. आम आदमी पार्टी का एक-एक पैसा पवित्र है जितना पवित्र दूसरे राजनीतिक दल का नहीं है.”