भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जानकारी दी है कि उसके किसी भी ऑफिस में 500 और 1000 रुपए के बैन किए गए नोटों को गिनने के लिए किसी भी मशीन का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। यह जानकारी एक आरटीआई में पूछे गए सवाल के जवाब के रुप में सामने आई है। वहीं केंद्रीय बैंक ने रद्द किए गए नोटों की गिनती के लिए तैनात किए गए कुल कर्मियों की संख्या बताने से इनकार कर दिया।
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आरबीआई ने 30 अगस्त को जारी की गई अपनी सालाना रिपोर्ट में जानकारी दी थी कि 15.28 लाख करोड़ रुपए जो कि बैन किए गए 500 और 1000 रुपए के कुल नोटों का 99 फीसद हिस्सा है बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं। वहीं केंद्रीय बैंक ने 30 जून 2017 को खत्म हुए वर्ष के लिए जारी की गई एनुअल रिपोर्ट में यह भी कहा कि नोटबंदी के बाद 15.44 लाख करोड़ रुपए में से सिर्फ 16,050 करोड़ रुपए ही वापस नहीं आए हैं।
8 नवंबर 2016 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी उस वक्त 500 रुपए के 1,716.5 करोड़ नोट और 1000 रुपए के 658.8 करोड़ नोट प्रचलन में थे। इसमें कहा गया कि यह कुल राशि 15.44 लाख करोड़ रुपए की थी। आरबीआई ने 10 अगस्त को एक आरटीआई के जवाब में कहा कि काउंटिंग मशीनों का इस्तेमाल उसके किसी भी ऑफिस में बैन किए गए नोटों की गिनती के लिए नहीं किया जा रहा है।
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